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एक दोस्त, जो अपनी प्रेमिका को उसके जन्मदिन पर एक सरप्राइज गिफ्ट देना चाहता था। मगर उनकी शर्त थी कि ये गिफ्ट लेते वक्त गर्लफ्रेंड की आंखें बंद होनी चाहिए। इस तरह आंखों पर पट्टी और हथकड़ी लगी लड़की अपने सरप्राइज गिफ्ट के लिए तैयार थी। मगर उसके बाद क्या हुआ। जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया।

ये मामला संडे 24 दिसंबर का है। नंदनी बहुत खुश थी। अपने जन्मदिन से एक दिन पहले उन्होंने अपने खास दोस्त वेट्रिमरन को फोन किया। चेन्नई की रहने वाली नंदनी और वेत्रिमारन दोनों एक-दूसरे को बचपन से जानते थे।

27 वर्षीय नंदनी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थीं जबकि वेट्रीमरन एक आईटी कंपनी में कार्य करते थे। स्कूल में साथ पढ़ने के बाद कॉलेज में दोनों अलग हो गए। मगर दोनों ने एक दूसरे से संपर्क नहीं काटा। मगर हाल ही में दोनों के बीच कुछ दिनों से बहस चल रही है। वेट्रीमरन निरंतर नंदनी से लड़ रहा था। दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आ गई।

हालाँकि, जन्मदिन से एक दिन पहले, नंदिनी ने वेट्रिमरन को फोन किया। फिर वेट्रिमरन ने उसे सरप्राइज देने का भी वादा किया। नंदनी वेट्रिमरन से मिलने के लिए उत्सुक थी। वेट्रिमरन उसके घर आए जिसके बाद दोनों साथ में घूमने निकले। चेन्नई में घूमने के दौरान उन्होंने शॉपिंग की, कपड़े खरीदे। नंदनी के जन्मदिन से पहले वे अनाथालय गए और बच्चों को गिफ्ट दिए और फिर दोनों चर्च गए।

अब वेट्रिमरन को सरप्राइज गिफ्ट देने का समय था। शाम के सात बजे थे। वेट्रीमरन नंदनी को गिफ्ट देने के लिए चेन्नई के पोनमार रोड के एक सुनसान इलाके में ले गया। अंधेरा था। नंदनी को यह अजीब नहीं लगा क्योंकि उसे अपने बचपन के दोस्त से एक सरप्राइज़ मिलने वाला था। पोनमार रोड पर एक खाली प्लॉट पर पहुंचने के बाद, वेट्रिमरन ने नंदनी की आंखों पर पट्टी बांध दी और उससे कहा कि जब तक वह उसे कुछ न बताए, तब तक वह आंखों से पट्टी न हटाए। वेट्रिमरन ने उसके दोनों हाथ और पैर बांध दिए। नंदनी ने उसका विरोध भी नहीं किया। क्योंकि उसकी बेस्ट फ्रेंड एक सरप्राइज देने वाली थी। मगर वेट्रिमरन की हरकत ने सभी को चौंका दिया।

वेट्रिमरन ने अपने हाथ में छिपाई गई पेट्रोल की बोतल से नंदनी पर पेट्रोल डाला। इससे पहले कि नंदनी कुछ समझ पाती, उसने आग लगा दी और नंदनी आग की चपेट में आ गई। नंदनी पेट्रोल की आग में जल रही थी। चिल्ला रहा था मगर वेट्रिमरन वहां से फरार हो गया। राहगीरों ने नंदनी को देखा और तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस और एंबुलेंस मौके पर आई। मरते-मरते आख़िरकार नंदनी ने वेट्रीमरन का नंबर पुलिस को दे दिया। पुलिस को भनक तक नहीं लगी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

ट्रांसजेंडर थीं वेट्रिमरन

वेट्रिमरन एक ट्रांसजेंडर थी। मगर नंदनी और उसके स्कूल के मित्रों को इसका अंदाज़ा नहीं था। स्कूल खत्म होने के बाद वेत्रिमारन ने यह सच्चाई नंदनी और अन्य दोस्तों को बताई। तब बाकी दोस्तों ने उससे किनारा कस लिया मगर नंदनी ने दोस्ती बरकरार रखी। कुछ साल बाद, वेट्रिमरन बैंगलोर में रहे और लिंग परिवर्तन ऑपरेशन करवाया। वह पूरी तरह से एक लड़के में बदल गया था। वह चेन्नई में नौकरी करता था।

 

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