तानाशाह किम जोंग उन के इस कारनामे पर दुनियाभर के देशों में मचा हड़कंप!

img

नई दिल्ली।। उत्तर कोरिया ने मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का परीक्षण किया है। शनिवार को उत्तर कोरिया की ओर से जानकारी दी गई कि उसने अपने सर्वोच्च नेता किम जोंग उन की निगरानी में एक दिन पहले ही शुक्रवार को आधुनिक रूप से नई विकसित रॉकेट सिस्टम का परीक्षण किया है। सरकारी मीडिया के माध्यम से यह जानकारी उत्तर कोरिया ने दुनिया को दी।

प्योंगयांग की सरकारी समाचार एजेंसी, KCNA ने एक रिपोर्ट में बताया कि यह रॉकेट लॉन्चर सिस्टम, नई तकनीक से विकसित है जो लार्ज-कैलिबर मल्टीपल लॉन्च गाइडेड सिस्टम की क्षमताओं से लैस है, शुक्रवार को तड़के इस मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का परीक्षण उसके फ्लाइंग कंट्रोल एबिलिटी, ट्रैक कंट्रोल एबिलिटी और मारक क्षमता आदि का आंकलन करने के उद्देश्य से किया गया।

वहीं योनहाप समाचार एजेंसी ने KCNA की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया की किम जोंग ने इस रॉकेट लॉन्चर सिस्टम के परीक्षण के परिणामों पर संतोष व्यक्त किया है। KCNA की यह रिपोर्ट उस वक्त आई है जब उत्तर कोरिया ने इसी हफ्ते अपने साउथ हैमग्योन प्रांत के योंगहंग सूबे से निकट पूर्वी सागर में दो प्रक्षेपण किये है। जिसमें सियोल ने भी इन प्रक्षेपणों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आशंका जताई थी की ये कम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण हो सकता है।

बता दें की उत्तर कोरिया में एक कम्युनिस्ट तानाशाह सरकार है जिसके मुखिया किम जोंग उन है। दुनिया में किम जोंग की छवि एक सनकी तानाशाह के तौर पर जानी जाती है।

ऐसे में उत्तर कोरिया के ओर से अपने रॉकेट सिस्टम प्रोग्राम में लगातार बढ़ोत्तरी दुनियाभर के लिए एक चिंता का सबब है, खासकर उसके पड़ोसी देशों के लिए। उसमें भी दक्षिण कोरिया तो उत्तर कोरिया के निशाने पर ही रहता है। इससे पहले उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका के साथ उसके रिश्ते बेहद खराब हो गये थे। हालात इतने बिगड़ गये थे कि अमेरिका को किम जोंग उन ने परमाणु युद्ध की धमकी तक दे दी थी।

सिर्फ एक सप्ताह के भीतर ही उत्तर कोरिया ने तीसरा ऐसा प्रक्षेपण किया है, जिससे इस क्षेत्र में माहौल अस्थिर हो सकता है। हालांकि सियोल भी उत्तर कोरिया के रॉकेट सिस्टम डेवलप प्रोग्राम पर कड़ी नज़र रखे हुए है। दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अनुसार, प्रोजेक्टाइल ने लगभग 25 किलोमीटर की ऊंचाई पर लगभग 220 किलोमीटर तक की दूरी तय की थी।

किम जोंग लगातार अपने हथियारों के जखीरे में इजाफा किये जा रहा है। अब देखने वाली बात ये होगी कि अमेरिका इस पर कोई प्रतिक्रिया देता है कि नहीं।

Related News