उत्तराखंड ।। पुलवामा अटैक के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के मुद्दे पर भारत को जहां बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है, वहीं इसमें अंतरराष्ट्रीय बिरादरी की महत्वपूर्ण भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता, जो निरंतर इस दुर्दांत आतंकी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंधित सूची में शामिल करवाने के लिए प्रयासरत रहा। इसमें अमेरिका की भी अहम भूमिका रही, जो निरंतर पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर इस्लामाबाद पर दबाव बनाता रहा।
मसूद को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अमेरिकी कूटनीति और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मुहिम की जीत बताया है। उन्होंने इसे साउथ एशिया में शांति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम करार दिया।
उन्होंने इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन को भी इसके लिए बधाई दी और कहा कि यह अमेरिकी कूटनीति व आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जीत है, जिसकी लंबे समय से प्रतीक्षा थी। ये साउथ एशिया में शांति की दिशा में एक बड़ा आवश्यक कदम है।