उत्तर प्रदेश ।। सपा-बसपा के बीच होने वाले गठबंधन में अब कांग्रेस व रालोद के भी शामिल होने की राह देख रहा है। रणनीति के अनुसार, BJP को रोकने के लिए सभी 80 सीटों पर महागठबंधन संयुक्त उतारेगा।
आपको बता दें कि सीट बंटवारे को लेकर जो पेंच फंसा है, यही इस गठबंधन की बड़ी समस्या है। बस देरी 3 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में BSP और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर है। सीट बंटवारे की बात करें तो बसपा 40 सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। जिसके बाद बची 40 सीटों में से अगर सपा 30 सीटों पर लड़ती है तो रालोद व कांग्रेस के बीच बची 10 सीटों पर बंटवारा होगा।
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सूत्रों के अनुसार, आरएलडी कैराना, बागपत व मथुरा से चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि, राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते, कांग्रेस 10 से 12 सीटें चाहती है। लिहाजा सात सीटों पर कांग्रेस को राजी करना बहुत मुश्किल है। गठबंधन की ताकत को देखते हुए BSP 2-4 सीटें छोड़ सकती है। तो वहीं, पूर्वांचल में सपा अपने कोटे से 2 सीट निषाद पार्टी के लिए छोड़ सकती है।
जानकारी के लिए बता दें कि चारों दलों के साथ आकर चुनाव लड़ने से BJP के लिए चुनौती खड़ी होगी। मुस्लिम वोटों का बंटवारा नहीं हो सकेगा। पिछले दिनों हुए उपचुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती यह दिखा चुकी हैं कि वे अपने दलित वोट का ट्रांसफर बखूबी करा सकती हैं।