कैराना उपचुनाव: भीम आर्मी के चीफ ने लिखा पत्र, दलितों से कहा इस प्रत्याशी को करें वोट

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सहारनपुर ।। उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, सियासी ट्विस्ट बढ़ता ही जा रहा है। पहले विपक्ष ने बीजेपी को हैरान करते हुए इस सीट पर आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम हसन के सामने ताल ठोंक रहे उनके देवर कंवर हसन को चुनावी मैदान से हटने के लिए राजी कर लिया और अब भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण को भी अपने पक्ष में कर लिया है।

भीम आर्मी

दरअसल, चंद्रशेखर उर्फ रावण ने कैराना उपचुनाव में एसपी-आरएलडी का समर्थन करने की घोषणा की है। चंद्रशेखर पर पिछले साल मई में हुए सहारनपुर दंगे का आरोप है। प्रदेश सरकार ने उस पर एनएसए (नैशनल सिक्यॉरिटी ऐक्ट) लगाया था और वह अभी जेल में बंद है। गुरुवार को चंद्रशेखर ने लोगों से कहा कि वे समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल की उम्मीदवार तबस्सुम हसन को 28 मई को होने वाले उपचुनाव में सपॉर्ट करें।

बीजेपी ने फंसाया

हाथ से लिखकर भेजे गए पत्र में चंद्रशेखर ने लिखा है, ‘इस साल 2 अप्रैल को भीमा कोरेगांव में किए गए प्रदर्शन में भी बीजेपी सरकार ने हमारी पार्टी के सदस्यों को फंसाया। पुलिस की फायरिंग में कुछ लोगों की जान तक चली गई थी।

वह दलित समुदाय से अनुरोध करते हैं कि कैराना उपचुनाव में महागठबंधन का समर्थन करें और बीजेपी को बाहर करें।’ गुरुवार को भेजे गए इस पत्र में आजाद ने यह भी लिखा कि यह भी सुनिश्चित करें कि दलितों + के वोट न बंटे और न ही बर्बाद हो।

कैराना का सियासी गणित

कैराना में करीब 16 लाख वोटर हैं। 5.5 लाख वोटर्स मुस्लिम हैं। 2.5 लाख दलित जाटव, 1.5 लाख जाट, 2 लाख कश्यप, 1.4 लाख गुज्जर और 1.2 लाख सैनी वोटर्स हैं। बाकी में ब्राह्मण, बनिया, राजपूत हैं। बीजीपी ने यहां से एमपी रहे हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को उम्मीदवार बनाया है जबकि एसपी-आरएलडी ने तबस्सुम हसन को मैदान में उतारा है। लगभग सारे दलों ने तबस्सुम हसन का समर्थन किया है। यहां 28 मई को वोटिंग होनी है और 30 मई को उपचुनाव के नतीजे आएंगे।

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