बांदा / फतेहगंज। महानिदेशक स्कूल, शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या द्वारा बुद्धवार को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में नये शिक्षा सत्र में परिषदीय विद्यालयों में सामुदायिक सहभागिता को बढावा देने शत प्रतिशत दाखिला, उपस्थिति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से स्कूलों के शिक्षकों एवं अभिभावकों की बैठक आयोजित होनी थी, यहां तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापक रमाशंकर नें प्राथमिक विद्यालय बजरंगपुर में पढनें वाले बच्चों की सहभागिता बढाने के विरोध में हैं। इनका मानना है कि गाँव के लोगों की सहभागिता बढाने से लोग सवाल पूंछते हैं। लोगों को अपने बच्चे पढाना होगा तो स्कूल भेजेगे ही, स्कूल प्रबंधन समिति को भी बैठक की खबर नहीं दी गयी, खबर क्यों देते वह खुद विना छुट्टी लिए ही शिक्षा मित्रों के भरोसे आपनी गृहस्थी के कार्यों में ब्यस्त होने की वजह से स्कूल आने का ज़हमत नहीं उठाये।
मीडिया की टीम प्राथमिक विद्यालय बजरंगपुर अंश डढवामानपुर ब्लाक नरैनी जिला बांदा पहुंची तो यहाँ कोई बैठक नहीं हुई, इंचार्ज प्रधानाध्यापक रमाशंकर गैर हाजिर थे सहायक अध्यापिका श्रीमती दीप माला सोनी, शिक्षा मित्र श्रीमती सुधा देवी, श्रीमती ऊषा देवी उपस्थिति मिली। जब इनसे जानकारी ली गयी कि प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक अभिभावक बैठक होनी थी क्या हो गयी?
यहां मौजूद सहायक अध्यापिका श्रीमती दीपमाला सोनी नें बताया कि बैठक तो होना है मगर कोई अभिभावक व प्रधानाध्यापक ही मौजूद नहीं हैं। स्कूल प्रबंधन समिति के बारे में भी उनको कोई जानकारी नहीं है कौन अध्यक्ष व सदस्य हैं? स्कूल प्रबंधन समिति का रजिस्टर व प्रधानाध्यापक रमाशंकर मौजूद नहीं है। प्रधानाध्यापक लंच में घर चले गये हैं। जिनका पत्रव्यवहार रजिस्टर में कोई उल्लेख नहीं है।
स्कूल प्रबंधन समिति की भी तभी बैठक नहीं होती यहां के कई अभिभावकों नें आरोप लगया है कि उनके फर्जी हस्ताक्षर से सारे कार्य निपटा लिए जाते हैं तो बैठक बुलाने की क्या जरूरत है। यहाँ पंजीकृत छात्रों संख्या 84 है पर स्कूल में मात्र 29 छात्र-छात्राएं की उपस्थिति रहे। यहाँ एमडीएम भी मानक के अनुरूप नहीं बनवाया जाता है। इंचार्ज प्रधानाध्यापक स्थानीय पंचायत के फतेहगंज का होने की वजह से राजनैतिक गतिविधियों में ज्यादा ब्यस्त रहते हैं।
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