नई दिल्ली ।। भाजपा शासित राज्य गुजरात में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों पर उत्पीड़न थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऊना कांड की तर्ज पर एक ताजा मामला सामने आया है। गुजरात से दलितों पर उत्पीड़न के बाद अब एक आदिवासी महिला को पीटने का मामला सामने आया है।
मामला नर्मदा जिले के गाँव से जुडी हुई है। जहाँ एक आदिवासी महिला को उसके घर के सामने ही मवेशियों के खूंटे से बांधकर करीब 5 घंटे तक निरंतर बेर्हमी से पीटा गया। तो वहीं पीड़िता को Women helpline की टीम ने आकर बचाया। हालांकि, आरोपी Women helpline को आते देख तुरंत फरार हो गए।
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आपको बता दें कि पीड़िता की पहचान बुचीबेन वसावा के तौर पर हुई है। जिनका बेटा प्रेम-प्रसंग के चलते गाँव की एक लड़की को लेकर भाग गया। लड़का और लड़की दोनों बालिग़ है और साथ ही अंकलेश्वर जीआईडीसी में एक निजी कंपनी में काम करते है। दोनों ने पिछले साल जम्बुसार कोर्ट में दोनों ने शादी रचाई थी।
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शादी के बाद दोनों दूसरे गांव में रहने लग गए। कुछ दिनों बाद लड़की के माता-पिता ने कल्पेश के माता-पिता पर 2.5 लाख रुपए उन्हें देने का दबाव बनाया। पैसे नहीं देने पर लड़की के परिवार वालों ने आकर कल्पेश के घर वालों के साथ मारपीट की। इस दौरान सभी भागने में कामयाब रहे लेकिन बुचीबेन अकेली रह गई।
तो वहीं इस मामले में गांव के सरपंच शैलेश वसावा ने बताया कि जिस समय कल्पेश के माता-पिता को पीटा जा रहा था वह खुद उस वक्त गांव से बाहर थे। उन्होंने जानकारी दी कि फिलहाल मामले को शांत कर दिया गया है। पुलिस के सामने लड़की के माता-पिता ने कल्पेश के परिवार को परेशान न करने पर सहमति दे दी है।
फोटोः फाइल
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