नई दिल्ली ।। आने वाली 1 February को आम बजट पेश होने से पहले सोमवार को संसद में Economic survey पेश किया गया। सर्वे ने देश की अर्थव्यवस्था की जो तस्वीर दिखाई है।
सर्वें के अनुसार, अगले कुछ सालों में भारत एक बार फिर से दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश साबित हो सकता है। हालांकि, सर्वे में जहां GST और नोटबंदी जैसे काम को सराहा गया है।
तो वहीं, कच्चे तेल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर आगाह भी किया गया है। आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि भारत के लिए आगे का रास्ता इतना आसान नहीं है। सबसे बड़ी चुनौती बढ़ती हुई तेल की कीमतों की वजह से आने वाली है।
इसका सीधा असर महंगाई के स्तर पर पड़ेगा। महंगाई बढ़ी, तो ब्याज दर भी बढ़ेंगी और ऐसे में अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती बढ़ जाएगी। सर्वे ने भारत में तूफानी रफ्तार से बढ़ते हुए स्टॉक मार्केट को लेकर भी आगाह किया है और कहा कि जिस तरह से स्टॉक मार्केट तमाम चुनौतियों को दरकिनार कर के आगे बढ़ता चला जा रहा है, उससे सतर्क रहने की जरूरत है।
संसद में पेश होने के बाद Economic survey को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर अरविंद सुब्रमण्यन ने कहा कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनने जा रही है। क्योंकि इसके लिए आयात करने के अलावा हमारे पास दूसरा कोई रास्ता नहीं है।
आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि GST और नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था के बढ़ने की रफ्तार पर जो ब्रेक लगा था उसका असर अब खत्म हो चुका है। GST लागू होने के बाद टैक्स का दायरा काफी बड़ा है और इनकम टैक्स के दायरे में भी 18 लाख नए लोग जुड़े हैं।
Economic survey में सरकार को सलाह दी गई है कि वह कृषि क्षेत्र पर ध्यान दे, एयर इंडिया का विनिवेश करे और GST से जुड़ी दिक्कतों को पूरी तरह खत्म करने के लिए कदम उठाए।