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नई दिल्ली ।। 24 फरवरी 2007 को ICC द्वारा आयोजित वर्ल्ड T-20 कप का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। जिसमें भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पाकिस्तान के
सामने 157 रन पर 5 विकेट खोकर 158 रन का लक्ष्य रखा।

उस मैच में भारत की तरफ से गौतम गंभीर ने 54 गेंदों में सर्वाधिक 75 रन की पारी खेली। तो धोनी, युवराज और पठान ने भी क्रमशः 6, 14 और 15 रन की पारी खेली। वही रोहित शर्मा ने भी
30 रन की नाबाद पारी खेली थी।

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भारत द्वारा दिए गए इस छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम 19.3 ओवरों में कुल 152 रन बनाकर ढेर हो गई और भारत ने फाइनल मुकाबले में 6 रन से जीत हासिल कर ली।

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भारत के इस लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान टीम की शुरुआत काफी बेहतरीन रही थी। इमरान ताहिर द्वारा खेली गई 14 गेंदों पर 33 रन की पारी ने भारतीय टीम को हिला कर रख दिया था।
लेकिन बाद में भारत के धाकड़ गेंदबाज़ों ने पाकिस्तानी बल्लेबाजो को एक एक कर पवेलियन की राह दिखा दी।

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उस मैच के आखिरी ओवर में पाकिस्तान की तरफ से मिस्बाह उल हक क्रीज पर थे जो कि खतरनाक बल्लेबाज़ी कर रहे थे। भारत की तरफ से आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा को सौंपा गया था। अब सबकी निगाहें जोगिंदर शर्मा की गेंदबाजी और मिस्बाह की बल्लेबाज़ी पर थी।

लेकिन जोगिंदर शर्मा ने जैसे ही आखिरी ओवर की तीसरी गेंद डाली वैसे ही मिस्बाह ने गेंद को टच किया और गेंद सीधे श्रीसंत के हाथों में चली गई और भारत ने उस मैच में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर
दी।

फोटोः फाइल

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