उत्तर प्रदेश में बरस रही मौत, अब तक 106 लोगों की मौत, 24 घंटे में गई 14 की जान

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नई दिल्ली।  उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश के कारण हुए हादसों में 14 और लोगों की मौत होने के साथ ही पिछले हफ्ते से ऐसी घटनाओं की तादाद बढ़कर 106 हो गई है।

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आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज सुबह 11 बजे तक मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश से हुए हादसों में 14 लोगों की मौत हो गयी और सात अन्य घायल हो गये।

उन्होंने बताया कि इस दौरान फरूखाबाद और बहराइच में दो-दो लोगों की मौत हो गई जबकि खीरी, रायबरेली, लखनऊ, कानपुर देहात, बाराबंकी, सीतापुर और सुल्तानपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गयी।

सूत्रों के मुताबिक 14 और लोगों की मौत के साथ इस हफ्ते बारिश जनित हादसों में मरने वालों की तादाद बढ़कर 106 हो गई है। बाढ़ के कारण 80 पशुओं की भी मौत हुई है जबकि 600 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में भारी बारिश के कारण उपजे हालात से आम लोगों को राहत दिलाने के निर्देश दिये हैं।

उन्होंने पिछले करीब पांच दिनों से प्रदेश में हो रही बारिश के कारण जगह-जगह उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति और उससे निपटने की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को तत्काल राहत उपलब्ध कराते हुए बचाव कार्य किए जाएं। कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए और पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न मुहैया कराते हुए उनके लिए पेयजल की भी व्यवस्था की जाए।

इस बीच आगरा के करीब आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सर्विस लेन पर भारी बारिश के कारण मिट्टी धंसने से एक एसयूवी जीप 15 फुट गहरे गड्डे में गिर गई। इस घटना में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।

इस हादसे के बाद राज्य सरकार ने आज राइटस लिमिटेड को जांच करने के आदेश दिए हैं और निर्माण करने वाली एजेंसी को इसकी मरम्मत कराने के निर्देश दिये हैं। यूपी एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अवनीश अवस्थी ने बताया कि आगरा से लखनऊ की तरफ करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर एक्सप्रेस वे की सर्विस लेन धंसने के मामले की जांच थर्ड पार्टी एजेंसी राइटस लिमिटेड से कराने के आदेश दिये गये हैं। सड़क की मरम्मत करने का काम इसका निर्माण करने वाली एजेंसी अपने खर्च पर करेगी।

भारतीय रेल की सहायक राइटस लिमिटेड को इस मामले की जांच 15 दिन में करके अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। अवस्थी ने कहा कि एक्सप्रेसवे निर्माण में शामिल सभी एजेंसियों को निर्देशित किया गया है कि ज्यादा बारिश के कारण पूरी सतर्कता बरतें और पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्वित करें।

अधिकारियों ने बताया कि एसयूवी आगरा में भारी बारिश के कारण सर्विस लेन पर जमीन धंसने के कारण खाई में गिर पड़ी थी। इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है। समाजवादी सरकार में इस एक्सप्रेसवे को 23 महीने के रिकॉर्ड समय में बनाया गया था। इसे बनाने में करीब 15 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए थे। एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नवंबर 2016 में किया था। यह एक्सप्रेसवे 302 किलोमीटर लंबा है।

मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूरे राज्य में सक्रिय है। हल्की और भारी बारिश प्रदेश के अधिकांश जगहों में होने का अनुमान है। जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में नानपारा बहराइच और बहेडी, हैदरगढ, बाराबंकी और सफीपुर और निघासन में 11-11 सेमी बारिश दर्ज की गयी है।

वहीं लखनऊ, उन्नाव और कन्नौज में नौ-नौ सेमी, बरेली में आठ सेमी और फतेहगढ, फतेहपुर, भटपुरवाघाट तथा मथुरा में सात-सात सेमी बारिश दर्ज की गयी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार गंगा नदी का कानपुर देहात, कानपुर, रायबरेली, गढ मुक्तेश्वर, मिर्जापुर, फाफामऊ, गाजीपुर और बलिया में तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है, जबकि यमुना नदी मथुरा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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