महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में सभी दल पुरजोर तरीके से सक्रिय है। भाजपा ने यहां अपना घोषणापत्र जारी कर दिया और इसमें वीर सावरकर को भारत रत्न देने के वादे पर राजनीतिक घमासान छिड़ गया है।
इस कड़ी में कांग्रेस ने हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर को भारत रत्न देने की भाजपा की मांग पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि वह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को यह सम्मान देने की मांग क्यों नहीं करती? कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष पर इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचना चाहिए।
मनीष ने नागपुर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सावरकर पर महात्मा गांधी हत्याकांड में साजिश में शामिल होने के आरोप में मुकदमा चला था, हालांकि बाद में वह बरी हो गए थे। एक जांच आयोग ने पाया था कि सावरकर और उनके कुछ सहयोगियों को संभवतः इस साजिश के बारे में पहले से ही जानकारी थी। इससे पहले भाजपा की महाराष्ट्र इकाई ने मंगलवार को विधानसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी करते हुए 19वीं सदी के समाज सुधारक ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ सावरकर को भी भारत रत्न देने की मांग की थी।
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सावरकर को भारत रत्न देने की मांग पर सवाल खड़ा करने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला था, जिसके बारे में पूछने पर तिवारी ने भाजपा पर पटलवार किया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मैं इसके जवाब में एक सवाल करना चाहूंगा- सावरकर ही क्यों? गोडसे क्यों नहीं, सावरकर महात्मा गांधी की हत्या मामले में एक आरोपी थे, लेकिन गोडसे को तो दोषी ठहराया गया था।’
तिवारी ने कहा, ‘इसलिए महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष में क्या राजग-भाजपा सरकार किसी ऐसे व्यक्ति को सम्मानित करने जा रही है, जिसने महात्मा गांधी की हत्या का प्रयास किया था… 1969 में, जब कपूर आयोग का गठन किया गया था, इसमें संभवतः पाया गया कि (सावरकर) और उनके कुछ अन्य सहयोगियों के पास 30 जनवरी, 1948 को हुई घटना की पहले से ही जानकारी थी। अगर यह सब सही है तो सरकार को गंभीरता से सोचने की जरूरत है कि वे किस रास्ते पर जा रहे हैं।’