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उन्नाव और कठुआ में हुई रेप की घटनाओं के मामले पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का अनशन शनिवार को 9वें दिन भी जारी रहा. स्वाति मालीवाल मांग कर रही हैं कि रेप की घटना को अंजाम देने वालों को 6 महीने के अंदर सजा दी जाए.

स्वाति ने कहा, हमारी 4 मांगें हैं, उनमें से एक मांग फांसी की है. अगर ऐसा होता है तो आंदोलन की जीत मानूंगी. इस देश में सैकड़ों कानून हैं लेकिन उन्हें लागू करने के लिए जरूरी संसाधनों का अभाव है. ऐसे में इन कानूनों का कोई अर्थ नहीं रह जाता है.

आम आदमी पार्टी की नेता ने कहा कि पुलिसकर्मियों की संख्या कम है, उनकी जवाबदेही भी तय नहीं है. रेप के मामलों को निपटाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट कब तक और कितने बनेंगे, केंद्र सरकार को इसे साफ करना चाहिए. केंद्र सरकार जब तक इस दिशा में कदम नहीं उठाती तब तक मेरा अनशन जारी रहेगा.

स्वाति बोलीं, आज अनशन का 9वां दिन है. मेरा 7 किलो वजन कम हुआ है, शरीर मे कमजोरी है, लेकिन हौसला बुलंद है. एक बात मैं कहना चाहती हूं कि महिलाओं के मामलों को तेजी से निपटाने का ढांचा तैयार किया जाए.

उन्होंने कहा कि बहुत कम ऐसे आंदोलन होते हैं जो कम समय में कानून बनवा लेते हैं, इसे मैं जीत मानती हूं. लेकिन यहां देशभर से आने वाले लोगों के साथ धोखा नहीं कर सकती हूं. मुझे पता है कि इस कानून से जमीन पर और कोई बदलाव नहीं होगा.

वहीं शनिवार को स्वाति मालीवाल के अनशन का समर्थन करने पूर्व जेएनयू वाइस प्रेजिडेंट शहला राशिद पहुंचीं. साथ ही पंजाब से आम आदमी पार्टी के करीब 7 विधायक भी मंच पर मौजूद हैं. इसके अलावा पोस्टर कैंपेन से चर्चा में आईं गुरमेहर कौर भी मंच पर स्वाति का समर्थन कर रही हैं.

क्या हैं स्वाति मालीवाल की मांगें 

1. बच्चों के बलात्कारी को 6 महीने में फांसी की सजा

2. 66 हजार दिल्ली पुलिस कर्मियों की भर्ती

3. निर्भया फंड का समुचित प्रयोग

4. फास्ट ट्रैक कोर्ट  

5. आधुनिक फॉरेंसिक लैब

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