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लखनऊ ।। एक ओर जहां भाजपा गांव देहात के हर जाति-धर्म के लोगों को लामबंद और पार्टी से जोड़ने की मुहिम चला रही है, वहीं सपा और बसपा के नेता शहर छोड़ना ही नहीं चाहते। यह किसी एक जिले का हाल नहीं। राजधानी लखनऊ से लेकर कमोबेस हर जिले में यही तस्वीर दिखाई दे रही है।

भारतीय जनता पार्टी संगठन की ओर से हर वर्गों से संवाद करने के लिए अलग अलग लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। किसानों और गांव पर फोकस करने को लेकर कार्यक्रम की रूपरेखा भी बनाई गई है। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए किसान कल्याण पंचायतें भी चलाई जाएंगी। भाजपा की इस रणनीति को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

यूपी में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आने के बाद ऐसा लगता है कि भाजपा के नेता अपनी इस जीत को सहेजकर रखना चाहते हैं। वह जनता के दरवाजे पर दस्तक देकर हर उस व्यक्ति से मिल रहे हैं जो अपनी बात लखनऊ तक नहीं पहुंचा सकता है। वहीं खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए खेलों और कलाकारों तक पर फोकस किया जा रहा है। खोखो और कबड्डी को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार नई योजना ला रही है।

फोटोः फाइल।

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