अखिलेश-मुलायम के बाद अनुप्रिया-कृष्णा पटेल पहुंचीं थीं चुनाव आयोग। आयोग ने मामले को देखने से किया इनकार।
लखनऊ ।। चुनाव आयोग जहां नामांकन की तारीख घोषित कर रहा है, वहीं मुलायम-अखिलेश के बाद अब अनुप्रिया पटेल और उनकी मां का मामला नया विवाद बनकर उसके दरवाजे पर पहुंच गया है। आयोग ने मां-बेटी के मामले को निपटाने से मना कर दिया है। इससे अनुप्रिया पटेल को पार्टी अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है।
यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव चिह्न को लेकर जहां एक ओर बाप-बेटे (अखिलेश-मुलायम) का झगड़ा सुलझ गया है, वहीं अपना दल के मामले का निस्तारण करने से आयोग ने इन्कार कर दिया है। उप निर्वाचन आयुक्त विजय देव ने मंगलवार को कहा कि अपना दल का विवाद जिला कोर्ट में निस्तारित कराया जाए।
कृष्णा पटेल को झटका
इस फैसले से खुद को अपना दल की अध्यक्ष बताने वालीं कृष्णा पटेल को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी में विवाद के चलते कुछ समय पहले अपना दल के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को अपना दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया था। इस पर कृष्णा पटेल ने हाई कोर्ट में आपत्ति दाखिल करके मामले में दखल देने की मांग की थी।
निर्वाचन आयोग में मामला
कोर्ट ने इस पर दखल देने से इनकार करते हुए मामला निर्वाचन आयोग के पास भेज दिया था। अपना दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता ब्रजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि चुनाव आयोग का फैसला अनुप्रिया पटेल की जीत है। अनुप्रिया अब अपना दल के संस्थापक कार्यकर्ताओं द्वारा बनाये गए अपना दल (सोनेलाल) का नेतृत्व करेंगी।
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