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चंडीगढ़।।गुरदासपुर लोक-सभा सीट पर हुए उप-चुनाव में कांग्रेस ने एक बड़ी जीत हासिल की है। यहाँ कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने अपने करीबी प्रतिद्वंदी भाजपा के सवर्ण सलारिया पर 1-लाख 93-हजार 219-वोटों से जीत हासिल की। सुनील जाखड़ को जहां 4-लाख 99-हजार 752-वोट, भाजपा के सवर्ण सलारिया को 3-लाख 6 -हजार 533-वोट, तो वहीं AAP उम्मीदवार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सुरेश खजूरिया को मात्र 23-हजार 579-वोट मिले। इस दौरान 7-हजार 587-लोगों ने नोटा का बटना दबाया।

इस जीत पर चंडीगढ़ सहित कई जगहों पर पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर जश्न मनाया। इन नतीजों से गदगद सुनील जाखड़ ने कहा, “गुरदासपुर के लोगों ने मोदी-नीत केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर अपनी नाराजगी का सख्त संदेश दिया है। ”

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने tweet कर कहा है कि “गुरदासपुर के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि सुनील जाखड़ के किए प्रत्येक वादे पुरे किए जाएंगे और सभी विकास कार्यों को फास्ट-ट्रैक पर किया जाएगा।” उधर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, “यह हमारे भावी पार्टी-अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए लाल-फीते में लिपटा खूबसूरत दिवाली गिफ्ट है। ”

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सिद्धू ने कहा, “यह ‘जीजा-साले’ (शिअद प्रमुख सुखबीर बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया) के चेहरे पर बड़ा तमाचा है। आज भाजपा यह समझ जाएगी कि अकाली-दल पंजाब में बड़ा बोझ बन गई है। बार-बार लोगों ने उनको याद दिला दी है…”

इस बीच खजूरिया ने कांग्रेस पर उप-चुनाव के लिए “अलोकतांत्रिक तरीके” अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि, “सत्तारूढ़ दल ने इन चुनावों में अलोकतांत्रिक तरीकों का सहारा लिया। उप-चुनाव के दौरान लोग डरे हुए थे और युवा लगभग नदारद थे। अगर उनकी (कांग्रेस की) जीत होती है, तो वह सम्मानजनक नहीं होगी। ”

गौतलब है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में इस साल होने वाले विधान-सभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस की इस जीत को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि गुरदासपुर लोक-सभा सीट बीजेपी का गढ़ रही है ,यहाँ से विनोद खन्ना 4 बार सांसद रहे।

विनोद खन्ना की इस वर्ष 27 अप्रैल को मुंबई के एक हॉस्पिटल में कैंसर से मृत्यु हो गयी थी। जिसके बाद इस सीट पर 11 अक्टूबर को उप-चुनाव कराया गया था। इस उप-चुनाव में 56 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो कि वर्ष-2014 के लोक-सभा चुनाव के मुकाबले काफी कम है। वर्ष-2014 में इस सीट पर 70.03 प्रतिशत मतदान हुआ था।

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