कोलकाता ।। भ्रष्टाचार और घोटालों से दूर रहने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की एक नेता को बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। बीजेपी नेता जूही चौधरी को अदालत ने 12 दिनों की सीआईडी की हिरासत में भेज दिया है। जूही को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया।
पश्चिम बंगाल में पुलिस ने मासूमों की तस्करी करने वाला एक हाईप्रोफाइल रैकेट का पर्दाफाश किया है। बिमला शिशु गृह में बच्चों की खरीद-फरोख्त का काम हो रहा था। सीआईडी ने गत 18 फरवरी को इस शिशु गृह की संचालिका चंदना चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था। इस मामले में सीआईडी को जूही चौधरी की भी तलाश थी। पुलिस ने जूही को दार्जिलिंग में भारत-नेपाल सीमा के निकट बतासिया इलाके से मंगलवार रात गिरफ्तार किया था।
आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अतिरिक्त महानिदेशक राजेश कुमार ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच चौधरी को सिलीगुड़ी में मुख्य न्यायिक न्यायाधीश की अदालत के समक्ष पेश किया गया। चौधरी को 12 दिनों की सीआईडी की हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने दावा किया कि नवजातों की तस्करी में उनका सीधा हाथ है। जलपाईगुड़ी जिले के इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। इससे राजनीतिक लोगों के जुड़े होने के कारण पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने एक डायरी बरामद की है, जिसमें जूही चौधरी का बाल तस्करों और सहआरोपी मानस भौमिक से संबंधों के बारे में विवरण दर्ज है, मानस को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था। डायरी के मुताबिक, चौधरी बीते दो फरवरी को मुख्य आरोपी चंदना चक्रवर्ती के साथ दिल्ली गईं और बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय से मुलकाता की।
सूत्रों ने कहा कि माना जाता है कि जलपाईगुड़ी में एक एडॉप्शन सेंटर के बारे में चर्चा के लिए उन्होंने एक केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की। चौधरी की गिरफ्तारी ठीक उसी दिन हुई है, जब मामले में पहले से गिरफ्तार चंदना चक्रवर्ती ने उन पर गलत काम में संलिप्तता का आरोप लगाया।
फर्जी कागजातों के आधार पर कम से कम 17 बच्चों को बेचने को लेकर जलपाईगुड़ी में बिमला शिशु गृह की अध्यक्ष चक्रवर्ती को चीफ एडॉप्शन ऑफिसर सोनाली मंडल के साथ गिरफ्तार किया गया था।
चक्रवर्ती ने स्वीकार किया कि जूही चौधरी बीते तीन साल से एडॉप्शन सेंटर से जुड़ी थी। अगर वहां कुछ भी गलत या अनैतिक हुआ, तो यह चौधरी के द्वारा किया गया।
बीजेपी नेता आए बचाव में
अपने संगठन के लिए मदद की मांग को लेकर उन्होंने चौधरी के साथ दिल्ली जाने की बात स्वीकारी और दावा किया कि इस बीजेपी नेता ने बड़े नेताओं के साथ जब बातचीत की। चक्रवर्ती ने बताया कि जूही ने उसे आश्वासन दिया था कि वह सभी मुद्दों से निपट लेगी।
इस बीच, राज्य बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि उनकी पार्टी की कानूनी शाखा जूही चौधरी को जमानत पर छुड़ाने का प्रयास करेगी। घोष ने कहा कि पार्टी फिलहाल उन्हें निर्दोष या दोषी नहीं ठहरा रही, लेकिन कानून अपना काम करेगा। घोष ने आरोप लगाया कि बड़ी राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है।
बीजेपी से राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने भी इसे राजनीतिक षडयंत्र करार दिया है। उन्होंने कहा कि जूही को जानबूझ कर फंसाया जा रहा है। कैलाश विजयवर्गीय ने भी कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार और पुलिस की जांच पर उन्हें कतई विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बीजेपी को लोगों को एक के बाद एक करके फंसा रही है।
फोटोः जूही चौधरी को गिरफ्तार कर ले जीती पुलिस।
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