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सोमवार, 7 अप्रैल भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए एक मुश्किल भरा दिन साबित हो सकता है। शुरुआती संकेतों के मुताबिक, बाजार में आज भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। 'ब्लैक मंडे' जैसे हालात बनने की आशंका जताई जा रही है और इसकी वजह है गिफ्ट निफ्टी में आई तेज गिरावट।

गिफ्ट निफ्टी 900 अंक से ज्यादा लुढ़का

गिफ्ट निफ्टी, जो घरेलू शेयर बाजारों के रुख का संकेत देने वाला प्रमुख इंडिकेटर है, सोमवार की शुरुआत में 900 अंक से ज्यादा गिर गया। इसका सीधा संकेत यह है कि सेंसेक्स और निफ्टी 50 में तेज गिरावट की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो बाजार 4 मार्च के 21,964 के निचले स्तर के आसपास खुल सकता है। यह वही स्तर है जहां से बाजार ने लगभग 1,900 अंकों की तेज रिकवरी की थी। शुक्रवार तक बाजार इस रिकवरी का आधा हिस्सा गंवा चुका था।

वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली का दौर

भारत ही नहीं, दुनियाभर के बाजारों में भी गिरावट का माहौल छाया हुआ है। अमेरिका का S&P 500 फ्यूचर 4.31% तक गिर चुका है, वहीं टेक-heavy Nasdaq फ्यूचर में 5.45% की भारी गिरावट देखी गई है।

जापान का निक्केई: 7.8% की गिरावट के साथ 2023 के निचले स्तर पर

दक्षिण कोरिया का KOSPI: 4.6% नीचे

हांगकांग का हैंग सेंग और ताइवानी बेंचमार्क: करीब 10% की गिरावट

यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि बाजार वैश्विक स्तर पर दबाव में हैं।

गिरावट की असली वजह: वैश्विक ट्रेड वॉर की आशंका

इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण है अमेरिका की नई टैरिफ नीति। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दुनिया के कई देशों पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इसके जवाब में चीन, कनाडा और अन्य देशों ने भी अमेरिका पर आयात शुल्क बढ़ा दिए हैं। इससे एक नया ट्रेड वॉर शुरू होने का खतरा पैदा हो गया है।

टैरिफ युद्ध के इस माहौल से वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता बढ़ गई है। इसका सीधा असर महंगाई और मंदी की आशंकाओं पर पड़ा है, जिससे निवेशक घबराए हुए हैं और भारी बिकवाली कर रहे हैं।

क्या करें निवेशक?

आज बाजार में बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।

निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे फिलहाल नए निवेश से बचें और मौजूदा पोर्टफोलियो की समीक्षा करें।

अगर बाजार खुलते ही बड़ी गिरावट होती है, तो पैनिक सेलिंग से बचें।

लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह एक अवसर भी बन सकता है, लेकिन सिर्फ ठोस कंपनियों पर ही ध्यान दें।