खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू के केस में अब रूस भी भारत के साथ खड़ा हो गया है। रूस ने अमेरिका के दावों का खंडन किया है और इसे भारत का अपमान बताया है। इसके साथ साथ, रूस ने अमेरिका पर 'भारत के आंतरिक मामलों में दखल' देने के भी आरोप लगाए हैं।
पिछले साल 2023 के नवंबर में, अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर इल्जाम लगाए थे। हाल ही में वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट भी आई, जिसमें पन्नू की हत्या की साजिश में रॉ के अफसर के शामिल होने की बात कही गई थी।
रूस ने इस मामले में भारत के साथ खड़ा होकर अपना समर्थन दिखाया है। वे अमेरिका के दावों को खंडन करके पन्नू के मामले को नकारा है और भारत के खिलाफ इस्तेमाल किए गए आरोपों को भी नकारा हैं। रूस ने अमेरिका पर भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के आरोप लगाए हैं, जो व्यापक रूप से संदेह को उत्पन्न करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, अनुमान की बात है, तो चूंकि कोई सबूत नहीं है तो ये मंजूर नहीं है...। वे एक स्टेट के तौर पर भारत का सम्मान नहीं कर रहे हैं।' रूसी अफसर ने अमेरिका पर कई अन्य देशों पर भी गलत इल्जाम लगाने पर नाराजगी जताई है।
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