रूस की लगभग आधी सदी बाद चांद की सतह पर उतरने की उम्मीदें उस वक्त टूट गई जब उसका चंद्रमा मिशन लूना फाइव क्रैश हो गया। लूनर फाइव क्रैश होने से रूस के अंतरिक्ष साइंटिस्टों को करारा झटका लगा है। इसकी वजह से रूस के शीर्ष भौतिक विज्ञानी की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
खबर के अनुसार, रूस के लूना मिशन के क्रैश होने के कुछ ही घंटों बाद रूस के शीर्ष वैज्ञानिक मिखाइल मारू की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 90 वर्षीय मिखाइल मारू को मिशन की विफलता के बाद उनके स्वास्थ्य में भारी गिरावट के कारण अस्पताल ले जाया गया।
रूस मीडिया के अनुसार लूना मिशन के फेल होने का उन्हें धक्का पहुंचा है। बाद में अस्पताल में मीडिया से बात करते हुए मिखाइल मारोठ ने चंद्रमा मिशन के फेल होने पर कहा, अभी जांच चल रही है, लेकिन मैं परेशान क्यों ना हो यह जिंदगी भर का सवाल है। मैं इससे दुखी हूं। मारू ने कहा कि हम चांद पर सही तरीके से लैंडिंग नहीं कर पाए। यह दुखी करने वाला है
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