बीते काफी दिनों से सनातन धर्म को लेकर कई विवादित बयान दिए जा रहे हैं। डीएमके मंत्री उदयनिधि ने शुरुआत में सनातन धर्म के बारे में कुछ बयान दिए थे और बाद में उनकी पूरे देश में आलोचना हुई थी। इन बयानों पर देशभर में प्रतिक्रियाएं आईं। उनके विरूद्ध मामला भी दर्ज किया गया था। इसके बाद बिहार के एक मंत्री ने रामचरितमानस को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया। रामचरितमानस ने इसकी तुलना पोटैशियम सायनाइड से की है। इससे आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिल रहे हैं। अब ऐसा लगता है कि योग गुरु बाबा रामदेव भी इस विवाद में कूद पड़े हैं।
बिहार के मंत्री चन्द्रशेखर यादव का एक विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने रामचरितमानस की तुलना घातक पोटेशियम साइनाइड से की। पचपन प्रकार के व्यंजन परोसने के बाद यदि उनमें पोटैशियम सायनाइड मिला दिया जाए तो क्या होता है? चन्द्रशेखर यादव ने कहा कि मुझे रामचरितमानस पर आपत्ति है और जीवन भर रहेगी।
चन्द्रशेखर ने इस धार्मिक पुस्तक को समाज को बांटने वाला बताया और कहा कि पैगम्बर मोहम्मद मर्यादा पुरूषोत्तम थे। मीडिया से बात करते हुए बाबा रामदेव ने इस पर प्रतिक्रिया दी।
पिछले कुछ दिनों से सनातन धर्म का अपमान करने वाले बयान दिए जा रहे हैं। सनातन धर्म को कोसा जा रहा है। बाबा रामदेव ने कहा है कि 2024 में इन सभी को मोक्ष मिलेगा। काशी में बोलते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि सनातन धर्म का सार काशी में है। काशी एक टिकाऊ शहर है। यह अनादि और अनंत की आराधना का महान तीर्थ है। यह ज्ञान और मोक्ष की नगरी है। इसमें युगों-युगों से दिव्यता है। सराहना करते हुए बाबा रामदेव ने निष्कर्ष निकाला कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी महिमा बढ़ा दी है।
--Advertisement--