यूपी किरण डेस्क। विगत कुछ दिनों से भारत सानेट दुनिया भर के लोगों में एस्ट्राजेनेका कंपनी द्वारा विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच कंपनी अब दुनियाभर से अपने टीके को वापस ले रही है। जानकारी हो कि कुछ दिनों पहले ही फर्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने एक कोर्ट में वैक्सीन के खतरनाक साइड इफेक्ट की बात स्वीकार की थी। हालांकि, कंपनी का कहना है कि साइड इफेक्ट विवाद और वैक्सीन को वापस लेने की प्रक्रिया महज एक संयोग है।
उल्लेखनीय है कि 50 से ज्यादा लोगों ने एस्ट्राजेनेका की ओर से विकसित कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर कोर्ट में अपील की थी। एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन वेक्सजेव्रिया को लेकर सवाल उठाए गए थे। एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट की बात स्वीकार भी की थी। हालांकि, अब कंपनी का कहना है कि वेक्सजेव्रिया वैक्सीन का साइड इफेक्ट रेयर है। इसके बाद ही एस्ट्राजेनेका ने कोरोना वैक्सीन को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की है।
पूरी दुनिया से कोरोना वैक्सीन को वापस लेने की प्रक्रिया के बीच एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि आदलत में साइड इफेक्ट की बात और वैक्सीन की वापसी का समय महज एक संयोग है। दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका का कहना है किकोरोना वैक्सीन को व्यावसायिक वजहों के चलते बाजार से वापस लिया जा रहा है। अब वैक्सीन का निर्माण या आपूर्ति नहीं की जा रही है।
गौरतलब है कि दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित की गयी कोरोना वैक्सीन वेक्सजेव्रिया एक दुर्लभ दुष्प्रभाव के कारण वैश्विक जांच के दायरे में है। इससे रक्त के थक्के और कम रक्त प्लेटलेट बनने की बात सामने आई है। गत फरवरी में एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया कि टीका बहुत ही दुर्लभ मामलों में टीटीएस का कारण बन सकता है। इससे ब्रिटेन में कम से कम 81 मौतें हो चुकी हैं।
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