10वीं या 12वीं में खराब नंबर पाने वाले या फेल होने वालों को निराश नहीं होना चाहिए। एक कम अंक या एक नाकामी किसी के जीवन को परिभाषित नहीं कर सकती। ईश्वर गुर्जर इसका उदाहरण हैं। बैकबेंचर ईश्वर गुर्जर 10वीं में फेल हो गया था। मगर बाद में उन्होंने वापसी की और UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2022 को पास किया। UPSC के सफर में उन्हें तीन बार नाकामी का सामना भी करना पड़ा। मगर असफलता से वो निराश नहीं हुए।
ईश्वर गुर्जर राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले हैं। UPSC 2022 में उन्हें 644वीं रैंक मिली है। उनके पिता सुवालाल गुर्जर किसान हैं। मां सुखी देवी हाउस वाइफ हैं। पिता ने खेती करके बेटे को पढ़ाया है। अब अपने बच्चे की सफलता पर गर्व करें। ईश्वर गुर्जर की बहन भावना की शादी हो चुकी है। जबकि छोटी बहन पूजा इंटर में पढ़ती है।
परिजनों ने दी हार ना मानने की सलाह
युवक ने बताया कि 2011 में वह 10वीं में फेल हो गया था। इसके बाद मैंने पढ़ाई छोड़ने का निर्णय लिया। मगर पिता ने कहा कि इतनी जल्दी घबराने की जरूरत नहीं है। एक बार असफल होने के बाद हार मत मानो। इसके बाद उन्होंने 2012 में 54% अंकों के साथ 10वीं पास की। उसने 12वीं में 68 फीसदी अंक हासिल किए थे।
ईश्वर गुर्जर ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, अजमेर से बीए किया है। इसके बाद 2019 में वे शिक्षक बने। उन्होंने पास के रूपारा गाँव के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में दाखिला लिया। इसके साथ ही UPSC की तैयारी भी चलती रही।
ईश्वर गुर्जर ने अपने चौथे प्रयास में UPSC पास किया है। 2019 में वह UPAC प्रीलिम्स को भी पास करने में असफल रहे। मगर मैं 2020 में इंटरव्यू तक पहुंचा। उसके बाद 2021 में भी वह असफल रहे। तीन बार असफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। एक हिंदी वेबसाइट ने इस बारे में खबर दी है।
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