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हरियाणा के बहादुरगढ़ में जखौदा मोड बाईपास पर एक होटल में वेटर का काम करने वाले हिमांशु अब यूपी में तहसीलदार (Tehsildar) बन गए हैं। वेटर से लेकर तहसीलदार (Tehsildar) तक के सफर में कई बाधाएं आईं मगर हिमांशु ने डटकर मुकाबला किया। हर बार हिमांशु ने अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया और यूपी में पीसीएस एग्जाम पास किया। इसकी सफलता से होटल स्टाफ और परिवार बहुत खुश है। होटल में उनका जोरदार स्वागत किया गया.

होटल मालिक सुनील खत्री और विकास खत्री ने भी हिमांशु को बधाई दी है। इस सफलता के लिए कर्मचारियों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं. हिमांशु यूपी के कानपुर शहर के पास औरैया के रहने वाले हैं। पिता रेलवे कर्मचारी थे. कुछ समय पहले उनका निधन हो गया. हिमांशु के दो छोटे भाई भी हैं। जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा के बाद, परिवार की देख-रेख के लिए अपने माता-पिता का समर्थन करने के लिए हिमांशु ने काम करना शुरू कर दिया। पहले बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र में काम करता था। इसके बाद वह एक होटल में वेटर का काम करने लगे। हालांकि, उन्होंने घर पर कभी नहीं बताया कि वह वेटर का कार्य करते हैं।

हिमांशु की जिंदगी में ऐसे कई मौके आए जब उन्हें प्याज की रोटी खाकर सोना पड़ा, मगर उन्होंने कभी हार नहीं मानी। अपने लक्ष्यों को कभी न छोड़ें। हिमांशु का कहना है कि वह दिन में काम करते थे और रात में पढ़ाई करते थे। पढ़ाई और परिवार चलाने में होटल स्टाफ और मालिक ने भी उनकी काफी मदद की है. वेटर से लेकर तहसीलदार (Tehsildar) तक के सफर में हिमांशु ने खाना परोसने, टेबल साफ करने, बर्तन धोने का काम किया। उन्होंने कभी भी किसी काम को छोटा या बड़ा नहीं समझा।

सुनील खत्री ने कहा कि हिमांशु बेहद उत्साही और मेहनती युवा हैं। वह कभी भी काम से पीछे नहीं हटते थे. हमेशा मुस्कुराकर हर काम किया और पढ़ाई जारी रखी।' उन्होंने कहा कि हिमांशु का जीवन और सफलता की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी. हिमांशु ने एमकॉम की पढ़ाई की है. पहले सेना में भर्ती होना चाहते थे, मगर वह सपना पूरा नहीं हो सका, इसलिए अब हिमांशु यूपीएससी पास कर पुलिस अधिकारी बनना चाहते हैं। 

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