होली भारत में मनाई जाने वाली एक प्रमुख त्योहार है, जो फाल्गुन मास के पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह एक रंग-बिरंगा त्योहार होता है जिसमें लोग गुलाल, अबीर, पानी के फुवारे, रंगों की पिचकारियों आदि से खेलते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे भारत की ऐसी जगह के बारे में जहां होली खेलने से देवी देवता नाराज हो जाते हैं।
भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ में एक ऐसा गांव है जहां होली खेलने से देवी देवता नाराज हो जाते हैं। हम जिस गांव की बात कर रहे हैं उसका नाम खरहरी है, जो कोरबा जिले में है। तो वहीं एक अन्य गांव धमनागुड़ी है जहां होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है।
ग्रामीणों के मुताबिक, यहां सालों पहले भयंकर आग लगी थी, गांव के स्थिति बेकाबू हो गई थी और गांव भर में महामारी फैल गई थी. इस दौरान गांव के लोगों का भारी नुकसान हुआ था और हर तरफ हाहाकार मच गया था।
ऐसे में एक रोज गांव के एक बैगा (हकीम) के सपने में देवी मां मडवारानी आईं और उन्होंने बैगा को इस त्रासदी से बचने का उपाय बताया. उन्होंने कहा कि गांव में होली का पर्व कभी ना मनाया जाए तो यहां शांति वापस आ सकती है. तभी से इस गांव में कभी भी होली का त्योहार नहीं मनाया गया. गांव के लोगों ने बताया कि ना यहां होलिका दहन होता है और ना ही रंग उड़ाए जाते हैं सिर्फ होली के नाम से पकवान बनते है।
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