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लोकसभा इलेक्शन से पहले वेस्ट बंगाल की सियासत गरमा गई है। पूर्वी भारत का एक प्रमुख राज्य एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। हिंसा और विवाद के बीच वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि मुझे कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है। साथ ही अगर वे कुछ भी कहेंगी तो ईडी की टीम उन तक पहुंच जाएगी। इसके अलावा उन्होंने धर्मनिरपेक्षता और भारतीय संघवाद पर भी अपने विचार व्यक्त किए हैं।

वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह ऐसे किसी भी व्यक्ति को स्वीकार नहीं कर सकती जो कहता है कि धर्मनिरपेक्षता बुरी चीज है या लोकतंत्र खतरनाक है। ममता ने आरोप लगाया कि "देश में संघवाद 'पूरी तरह से नष्ट' हो गया है और कई राज्यों को जीएसटी का हिस्सा नहीं मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि संविधान की आत्मा उसकी प्रस्तावना है। देश का संविधान लोकतंत्र, संघवाद और धर्मनिरपेक्षता को ध्यान में रखकर बड़ी मेहनत से तैयार किया गया था। उन्होंने यह भी कहा है कि मौलिक अधिकारों और देश की संप्रभुता के बीच संतुलन नहीं बिगड़ना चाहिए।
 

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