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ओडिशा के बालासोर में दो जून की शाम उस समय हड़कंप मच गया जब दो ट्रेन में भीषण हादसे की चपेट में सैकड़ों यात्री की जान चली गई। इस हादसे में तीन सौ से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

वहीं करीब आठ सौ से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। आपको बता दें कि शुक्रवार के दिन भारत के बडे़ स्टेशन में से एक हावडा रेलवे स्टेशन से दोपहर तीन बज कर बीस मिनट पर हावडा से चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस रवाना हुई।

इससे करीब साढे़ पाँच घंटे पहले साइबर सिटी के नाम से मशहूर कर्नाटक के बेंगलुरु रेलवे स्टेशन से चलने वाली बेंगलुरु हावड़ा सुपर फॉस्ट सुबह दस बजकर पैंतीस मिनट पर निकलती है।

कुछ दूर चलते ही दोनों तरफ से चली ट्रेने स्पीड पकड़ती है और अचानक से ओडिशा के बालासोर स्टेशन से थोडा आगे बहाना गा। बाजार स्टेशन की आउटर लाइन के पास शाम सात बजे तीन ट्रेन सबसे बडे़ हादसे का शिकार होती है।

हादसा इतना गंभीर था कि दूर दूर तक डिब्बे बिखरे हुये दिखाई दिए और कई लोग इस भीषण हादसे का शिकार हो गई। वही इस बीच हादसे की शिकार हुई ट्रेनों के ड्राइवर और गार्ड को लेकर बडी जानकारी सामने आ रही है।

जिसमें बताया गया है कि ट्रेनों के ड्राइवर और गार्ड का हादसे में आखिर क्या हुआ? क्या वह लोग सुरक्षित है तो इसे लेकर रेलवे के एक अधिकारी का बयान सामने आया है।

उन्होंने बताया है कि इन दोनों ट्रेनों के ड्राइवर और गार्ड घायल है और उन का अलग अलग अस्पतालों में इलाज जारी है। अधिकारी ने ये भी बताया है कि इस हादसे में शामिल मालगाड़ी का इंजन चालक और गार्ड बाल बाल बच गए हैं।

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