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भीमगोड़ा क्षेत्र में आज सवेरे एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब रेलवे ट्रैक के निकट एक चादर पर मात्र आठ-दस दिन का नवजात शिशु रोता हुआ मिला। बच्चे के पास दूध की बोतल पड़ी थी, जो इस बात का संकेत देती है कि उसे सोच-समझकर यहां छोड़ा गया। स्थानीय लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचकर इस दृश्य को देखा और आनन फानन पुलिस को सूचना दी।

जानें पूरा मामला

सवेरे के शुरुआती घंटों में जब सूरज अभी पूरी तरह उगा भी नहीं था। भीमगोड़ा के रेलवे ट्रैक के किनारे से एक मासूम की रोने की आवाज गूंजी। आसपास के कुछ लोग सवेरे की सैर या काम के लिए निकले थे। वो लोग मासूम की ओर दौड़े। वहां पहुंचने पर उन्होंने देखा कि एक नन्हा बच्चा उसकी उम्र शायद एक हफ्ते से ज्यादा नहीं होगी, एक चादर पर लेटा रो रहा था। बच्चे के पास एक दूध की बोतल रखी थी।

स्थानीय निवासी रमेश कुमार घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे। उन्होंने बताया कि हमने बच्चे को देखा तो दिल बैठ गया। इतना छोटा बच्चा और इस तरह अकेला? हमने तुरंत पुलिस को बुलाया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

सूचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित रेस्क्यू किया और प्राथमिक स्वास्थ्य जांच के लिए उसे नजदीकी अस्पताल भेजा। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, बच्चा स्वस्थ है। मगर उसे अभी चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।

पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि ये पता लगाया जा सके कि बच्चे को यहां कौन छोड़कर गया। पुलिस अधीक्षक (हरिद्वार) के एक बयान के मुताबिक, हम हर संभव कोण से जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक अनुमान है कि बच्चे को सवेरे-सवेरे ही यहां छोड़ा गया। हम अपील करते हैं कि अगर किसी को कोई जानकारी हो, तो वह पुलिस से संपर्क करे।