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13 जून 2025 को इजरायल की सैन्य कार्रवाई “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के दौरान ईरान के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक फेरेयदून अब्बासी‑दावानी को एक हवाई हमले में निशाना बनाया गया। इस हमले में उनके साथ परिवार के 11 मासूम लोग भी शहीद हो गए। अधिकारियों की मानें तो हमला उनके घर के पास ड्रोन अटैक या मिसाइल से हुआ, जिसमें वह और उनका परिवार सहित कुल 12 लोग मारे गए |

इस वैज्ञानिक ने इजरायल और अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बीच ईरान के परमाणु कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई थी। उसे देश के परमाणु ऊर्जा संगठन का पूर्व प्रमुख भी कहा जाता था|

हमले के तत्काल बाद इजरानी समाचार एजेंसियों एवं सरकारी चैनलों ने “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस–समर्थित स्वायत्त मिसाइल” के जरिए हमला बताया, और इसका मुख्य लक्ष्य वैज्ञानिक को ढेर करना था| ईरानी प्रवक्ता एवं धार्मिक नेता अयातुल्लाह खामनेई ने तेज़ी से प्राधिकरण को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि दोषियों को उचित समय और तरीके से सबक दिया जाए| 

इजरायल के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ईरानी विदेश मंत्री ने परमाणु वार्ता में फिर से तत्काल वार्ता शुरू करने की अपील की है  । इस हमले ने तनाव बढ़ा दिया है, क्योंकि इस अभियान में इजरायल ने ईरान के कई अन्य सैन्य नेताओं और वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया था, जिससे दोनों देशों के बीच संकट और गहरा गया है |

ईरान के विरुद्ध इस हमले को “आक्रामक और उग्र” बताया जा रहा है। आंग्ल‑अमेरिकी विशेषज्ञ प्रमुखता से मानते हैं कि यह इजरायल की रणनीति का हिस्सा है, जबकि अमेरिका और यूरोप ने मध्यम रूप से प्रतिक्रिया दी है और संयुक्त राष्ट्र में स्थिरता की अपील की है |
 

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