img

Up Kiran, Digital Desk: शोले, वो फिल्म जिसे भारतीय सिनेमा का एक मील का पत्थर माना जाता है, के साथ जुड़ी हुई हैं कई ऐसी यादें जो कभी नहीं मिट सकतीं। फिल्म के हर किरदार ने कुछ ऐसा किया कि वे आज भी हमारे दिलों में जिंदा हैं। धर्मेंद्र से लेकर असरानी तक, जो सितारे इस फिल्म का हिस्सा थे, अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनके निभाए हुए किरदार हमेशा हमारे साथ रहेंगे।

1. धर्मेंद्र – वीरू का वो दिलकश अंदाज़

शोले में धर्मेंद्र ने वीरू का किरदार निभाया था, जो न केवल साहसिक था, बल्कि फिल्म की एक मजबूत, निडर और दिलकश जोड़ी का हिस्सा था। उनकी मशहूर लाइन "तेरा kya hoga, kaalia?" आज भी सबकी ज़ुबान पर है। 24 नवंबर को इस दिग्गज अभिनेता ने 89 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कहा।

2. अमजद खान – गब्बर सिंह की वो खौ़फनाक उपस्थिति

अमजद खान ने "गब्बर सिंह" के किरदार में जो जान डाली, वह बॉलीवुड के इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गया। उनके द्वारा दिया गया "गब्बर" का डायलॉग "इतना सन्नाटा क्यों है भाई?" आज भी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में गूंजता है। 1992 में उनका निधन हो गया, लेकिन उनका किरदार कभी नहीं मर सकता।

3. संजीव कुमार – ठाकुर बलदेव सिंह का दर्द

संजीव कुमार ने शोले में ठाकुर बलदेव सिंह की भूमिका निभाई थी, जो अपनी शारीरिक कमजोरी के बावजूद गब्बर सिंह से अपनी नफरत और प्रतिशोध की भावना से प्रेरित थे। 1985 में उनका अचानक निधन, उनकी महानता को और भी महसूस कराता है।

4. असरानी – जेलर का वह हास्यपूर्ण अभिनय

असरानी ने शोले में जेलर का किरदार निभाया था, जो फिल्म के हास्यपूर्ण पलो को और भी आकर्षक बनाता था। उनकी हरकतें और संवाद दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर देती थीं। दुख की बात है कि 20 अक्टूबर, 2025 को उनका निधन हो गया।

5. इफ़्तिख़ार – पुलिस अफसर की दमदार भूमिका

"शोले" में इफ़्तिख़ार ने राधा के पिता इंस्पेक्टर नर्मलाजी का किरदार निभाया था। उनका अभिनय इतना प्रभावशाली था कि उन्होंने फिल्म में गरिमा का एहसास कराया। 1995 में उनका निधन हो गया।

6. सत्येन कप्पू – ठाकुर के वफादार रामलाल

सत्येन कप्पू ने रामलाल का किरदार निभाया था, जो ठाकुर के प्रति अपनी निष्ठा और वफादारी के लिए जाना जाता था। उनका किरदार आज भी याद किया जाता है। 2007 में उन्होंने हमें छोड़ दिया, लेकिन उनकी यादें आज भी ताजी हैं।

7. जीवन – सांभा के रूप में एक खामोश नायक

जीवन ने गब्बर सिंह के गुर्गे, सांभा की भूमिका निभाई थी, जो कम शब्दों में भी अपनी भूमिका से गहरी छाप छोड़ गया। 2010 में उनका निधन हो गया, लेकिन वे हमेशा "पार्टी का क्या होगा?" जैसे संवादों के साथ याद किए जाएंगे।

8. ए.के. हंगल – इमाम साहब का दर्द

ए.के. हंगल ने शोले में इमाम साहब का किरदार निभाया, जो एक अंधे बुजुर्ग थे, जिन्होंने अपने बेटे की मौत का शोक मनाया था। उनका अभिनय इतना भावनात्मक था कि वह आज भी दर्शकों के दिलों में बसा है। 2012 में उनका निधन हुआ।

9. जगदीप – सूरमा भोपाली की हंसी के बादशाह

जगदीप ने शोले में सूरमा भोपाली का किरदार निभाया, जो फिल्म का सबसे प्यारा और हंसी मजाक करने वाला पात्र था। 2020 में उनका निधन हुआ, लेकिन उनका हास्य कभी नहीं भूला जा सकता।

10. लीला मिश्रा – वह मोहब्बत वाली मौसी

लीला मिश्रा शोले में उस ममतामयी मौसी की भूमिका में थीं, जो हर किसी की प्रिय थी। 1988 में उनका निधन हो गया, लेकिन उनका किरदार आज भी दिलों में जिंदा है।

11. विजू खोटे – कालिया की यादें

विजू खोटे ने शोले में कालिया का किरदार निभाया था, जो गब्बर सिंह के सामने हमेशा झुकता हुआ दिखाई देता था। उनकी प्रसिद्ध लाइन "सरदार, मैंने आपका नमक खाया है" को कोई भी नहीं भूल सकता। 2019 में उनका निधन हुआ।

12. केष्टो मुखर्जी – हास्य का प्रतीक हरिराम नाई

केष्टो मुखर्जी ने शोले में हरिराम नाई का किरदार निभाया था, जो जेल में नाई और मुखबिर था। उनकी हास्यपूर्ण अभिनय ने शोले के माहौल को और भी हल्का किया। 1982 में उनका निधन हो गया, लेकिन उनका काम हमेशा जीवित रहेगा।