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Up Kiran , Digital Desk: इजरायली हमलों के कारण गाजा पट्टी में नागरिकों को भारी कष्ट उठाना पड़ रहा है, जहां 14 हजार बच्चे भुखमरी का सामना कर रहे हैं। इज़रायल इस क्षेत्र में मानवीय सहायता पहुंचाने में भी बाधा डाल रहा है। इस सिलसिले में सहयोगी माने जाने वाले देशों सहित 22 देशों ने इजरायल पर दबाव बढ़ा दिया है तथा किसी भी समय प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है। ब्रिटेन ने इजरायल के साथ व्यापार वार्ता स्थगित कर दी है तथा उस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। व्हाइट हाउस ने भी इस पर चिंता व्यक्त की है।
अपने बयान में इन देशों ने इजरायल से गाजा को दी जा रही मानवीय सहायता में बाधा न डालने का आग्रह किया। इन देशों में ब्रिटेन, यूरोपीय देश, तथा कनाडा और न्यूजीलैंड शामिल हैं। इन 22 देशों में एक भी मुस्लिम राष्ट्र शामिल नहीं है। बता दें कि इजरायल के समर्थक माने जाने वाले कई देश इनमें शामिल हैं। ये देश चाहते हैं कि इजरायल अपने सैन्य अभियान बंद कर दे।
हजारों लोग भूख से मर रहे हैं। इससे बीमारियों में वृद्धि हुई है और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति में कमी आई है, जिससे इन लोगों के जीवन को बचाना मुश्किल हो गया है।
इजराइल का कहना है
इजराइल गाजा पट्टी को सहायता देने को तैयार नहीं है। नेतन्याहू का कहना है कि अगर ये देश सहमत हो गए तो हमास जैसे आतंकवादी संगठन धीरे-धीरे मजबूत हो जाएंगे और इजरायल पर फिर से हमला करेंगे।
नये हमलों में 60 लोग मारे गये
सोमवार रात को गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में 60 से अधिक लोग मारे गए हैं। विश्व स्तर पर इन हमलों के खिलाफ कई देशों के एकजुट होने के बावजूद इजराइल ने इन हमलों को नहीं रोका है। इसके विपरीत, हमलों की तीव्रता बढ़ गई है।
ब्रिटेन ने प्रतिबंध लगाए
ब्रिटेन ने इजरायल के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता स्थगित कर दी है तथा इजरायल पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इससे दोनों देशों के बीच मौजूदा समझौतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हालाँकि, किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं किए जाएंगे। ब्रिटेन और कनाडा सहित अन्य देशों द्वारा भी ऐसे प्रतिबंध लागू किये जाने की संभावना है।
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