कोरोना कहर से पूरी दुनिया परेशान है, वहीँ चीन से शुरू हुई इस महामारी का फिलहाल कोई अंत नही दिख रहा है, लेकिन चीन के हरकत को लेकर अब दूसरे देश सख्त कदम उठाने का सोच रहे हैं. बता दें कि चीन अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए बॉर्डर पर कितना ही तनाव बढ़ा ले लेकिन भारत इसके आगे दबेगा नहीं।
वहीँ भारत कोरोना पर चीन क्या छिपा रहा है यह सबके लाने की कोशिश में जुटा रहेगा। देश ने खुले तौर पर वैश्विक मंच पर यह कह दिया है कि सबको मिलकर यह पता करना चाहिए आखिर कोरोना वायरस फैला कहां है।भारत ने अबतक अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की तरह खुले तौर पर चीन को वायरस के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
वहीँ ऑस्ट्रेलिया ने जब जांच की बात की तो उसके बाद से चीन ने उसे बदले की धमकी देनी शुरू कर दी थी। दूसरी तरफ अबतक भारत सिर्फ इतना कह रहा था कि वायरस के फैलने की जानकारी को दबाए रखा गया था। लेकिन अब लहजे में थोड़ी सख्ती देखी गई है। शनिवार को अलायंस फॉर मल्टीलेटरलिस्म की मीटिंग में विदेश मंत्री जयशंकर ने जांच पर जोर दिया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें राजनीति को अलग करके इस बात पर फोकस करना चाहिए कि कोरोना आखिर फैला कैसे। इससे हम भविष्य के किसी बड़े खतरे से निपटने के लिए पहले से तैयारी कर सकते हैं। दूसरी तरफ LAC तनाव पर भारत ने कह दिया है कि इसका असर द्विपक्षीय रिश्तों पर पड़ेगा।