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Up Kiran, Digital Desk: वेटिकन ने इटालियन टीनएजर कार्लो एक्यूटिस को कैथोलिक चर्च का पहला मिलेनियल संत घोषित किया है, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भगवान के संदेश को फैलाया। कार्लो, जो केवल 15 साल की उम्र में ल्यूकेमिया से चल बसे थे, ने अपनी कंप्यूटर स्किल्स का इस्तेमाल करते हुए कैथोलिक धर्म को ऑनलाइन प्रचारित किया। उनका मिशन उन युवाओं तक पहुंचने का था जो इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से जीवन की दिशा खोज रहे थे।
कार्लो ने अपनी बीमारी के बावजूद एक मल्टीलिंगुअल वेबसाइट बनाई, जिसमें यूकेरिस्टिक चमत्कारों की गहरी और दिलचस्प कहानियां साझा की गई थीं। यह वेबसाइट धार्मिक अनुभवों को डिजिटल तरीके से व्यक्त करने का एक अनूठा तरीका था। वेटिकन सिटी में सेंट पीटर्स स्क्वायर में पोप फ्रांसिस ने कहा, "कार्लो ने प्रार्थना, खेल, पढ़ाई और दान को अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लिया, वह एक सच्चे आदर्श थे।"
संत घोषित किए जाने के साथ-साथ, पियर जियोर्जियो फ्रासाटी को भी सम्मानित किया गया, जिनकी मृत्यु 1925 में 24 वर्ष की आयु में हुई थी। वह गरीबों के प्रति अपनी सेवा और कैथोलिक संगठनों में उनके योगदान के लिए याद किए जाते हैं। हालांकि, कुछ चर्च अधिकारियों ने इस निर्णय पर सवाल उठाए हैं, खासकर इस कारण से कि कार्लो का फोकस मुख्य रूप से यूकेरिस्टिक चमत्कारों पर था, जो कई लोगों के लिए संतत्व के पूर्ण रूप से मेल नहीं खाते।
पॉन्टिफिकल एथेनियम ऑफ सेंट एंसेलमो के प्रोफेसर एंड्रिया ग्रिलो ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, "चमत्कारों का अनुसरण करना कोई पुण्य नहीं हो सकता। यह चर्च को धार्मिकता के छद्म रूपों और विशिष्ट संकेतों की ओर ले जा सकता है।" उनके अनुसार, संतत्व की प्रक्रिया में धर्म के अन्य पहलुओं को नजरअंदाज किया गया।
युवाओं तक पहुंचने के नए प्रयास
इस निर्णय के साथ ही वेटिकन ने युवाओं तक अपनी पहुंच को बढ़ाने और डिजिटल दुनिया में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने की दिशा में नए कदम उठाए हैं। हाल ही में जुलाई में आयोजित एक डिजिटल इवेंजेलिज्म इवेंट में 1000 से ज्यादा कैथोलिक इन्फ्लुएंसर्स ने भाग लिया। इस इवेंट का उद्देश्य युवाओं को धर्म से जोड़ना था, खासकर उन तक जो सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों से जुड़े हुए हैं। कई पादरी और धार्मिक हस्तियां अब सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं, जिससे उन्हें एक नए प्रकार के धार्मिक प्रचारक के रूप में देखा जा रहा है।
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