img

strange news: मध्य प्रदेश में पातालकोट एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे 18 यात्रियों को एक गहरी साजिश के तहत हिरासत में लिया गया है, जिनमें से अधिकांश लोग छिंदवाड़ा जिले से हैं। ये गिरफ्तारी एक सुनियोजित अभियान के तहत की गई, जब जीआरपी टीम को बजरंग दल से गुप्त सूचना मिली कि गरीब मजदूरों को धर्म परिवर्तन के लिए लुभाया जा रहा था।

मीडिया के मुताबिक, जीआरपी टीम को इस पूरे घटनाक्रम के बारे में सूचना मिली थी जब बजरंग दल के पदाधिकारियों ने सूचित किया कि बड़ी संख्या में गरीब और मजदूर वर्ग के लोग धर्म परिवर्तन के मकसद से पंजाब जा रहे थे। पुलिस ने सक्रिय होकर ट्रेन पर नज़र रखना शुरू किया और विभिन्न स्टेशनों से यात्रियों को पकड़ने की योजना बनाई।

ये घटना तब सामने आई जब पुलिस ने बुधवार को विदिशा के गंजबासौदा स्टेशन पर पातालकोट एक्सप्रेस को रोका। जीआरपी टीम ने रेलगाड़ी में सवार 11 यात्रियों को हिरासत में लिया, जिनमें से दो प्रमुख आरोपी सेजनाथ सूर्यवंशी और विजय कुमार भी थे। दोनों आरोपियों ने यात्रियों से ये वादा किया था कि अगर वे ईसाई धर्म अपनाने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो उन्हें एक लाख रुपए मिलेंगे और उनके बच्चों को अच्छे ईसाई स्कूलों में एडमिशन दिलाया जाएगा।

उन लोगों से जब ये सवाल किया गया कि वे कहां से आ रहे हैं, तो उनका जवाब सुनकर पुलिस चौंक गई। सभी ने बताया कि वे पंजाब से आ रहे थे, मगर असल में वे छिंदवाड़ा के निवासी थे। जब जीआरपी टीम को यह जानकारी मिली, तो उन्होंने ट्रेन पर गहन तलाशी ली।