bangladesh crisis: बांग्लादेश में अवामी लीग पार्टी के एक नेता के स्वामित्व वाले होटल में भीड़ ने एक इंडोनेशियाई नागरिक सहित कम से कम 24 लोगों को जिंदा जला दिया। यह घटना तब हुई जब पार्टी नेता शेख हसीना ने प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। स्थानीय पत्रकारों और अस्पताल सूत्रों ने मंगलवार को ये सूचना दी।
सोमवार देर रात भीड़ ने जोहोर जिले में अवामी लीग के जिला महासचिव शाहीन चक्कलदार के स्वामित्व वाले जाबिर इंटरनेशनल होटल में आग लगा दी, जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में मरने वालों में अधिकतर लोग होटल के मेहमान थे।
जोशोर अस्पताल के डॉक्टरों ने 24 शव गिने, जबकि होटल के कर्मचारियों को मलबे के नीचे और शव होने की आशंका है। गुस्साई भीड़ ने होटल के भूतल में आग लगा दी, जो जल्द ही ऊपरी मंजिलों तक फैल गई। इसी तरह की घटनाएं पूरे बांग्लादेश में हुई हैं, जिसमें गुस्साई भीड़ ने एक साथ कई अवामी लीग नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की है।
नाहिद इस्लाम
उन्होंने कहा था कि अगर डंडा नहीं चला तो हम हथियार उठाने को तैयार हैं। अब हसीना को फैसला करना है कि वह पद छोड़ें या पद पर बने रहने के लिए खून-खराबा करें। नाहिद ढाका यूनिवर्सिटी का छात्र है। पुलिस ने उसे लोहे की रॉड से पीटा।
आसिफ़ महमूद
आसिफ महमूद ढाका विश्वविद्यालय में भाषा अध्ययन के छात्र हैं। वह आरक्षण विरोधी आंदोलन का हिस्सा बन गये। पुलिस ने उन्हें 26 जुलाई को हिरासत में लिया था। आसिफ को एक इंजेक्शन दिया गया जिससे वह कई दिनों तक बेहोश रहा। पुलिस ने उन पर प्रदर्शन वापस लेने का दबाव बनाया था।
अबू बक्र मजूमदार- य् ढाका विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग का छात्र है। 5 जून को आरक्षण पर हाई कोर्ट के फैसले के बाद बकर ने दोस्तों के साथ मिलकर छात्र विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया। उन पर आंदोलन वापस लेने का दबाव डाला जा रहा था, लेकिन वे पीछे नहीं हटे।
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