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Up Kiran, Digital Desk: क्रिकेट में हम छक्के चौके की बात करते हैं, वनडे में ताबड़तोड़ दो सौ रन की पारी की तारीफ करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि एक ही गेंद पर कोई टीम 286 रन बना ले? जी हां, आपने सही पढ़ा। एक गेंद। छह नहीं, दस नहीं, पूरे 286 रन। सुनकर लगा रहा होगा कि कोई मजाक है। लेकिन ये मजाक नहीं, क्रिकेट इतिहास का सबसे अजीब और सबसे चर्चित किस्सा है जो आज भी लोगों को चौंकाता है।

घटना कब और कहां हुई?

ये वाकया है जनवरी 1894 का। जगह थी पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया। एक लोकल मैच चल रहा था विक्टोरिया इलेवन और एक कमजोर “स्क्रैच XI” टीम के बीच। उस दौर में ऐसे अनौपचारिक मैच आम थे। विक्टोरिया की टीम मजबूत थी और दूसरी टीम बस किसी तरह ग्यारह खिलाड़ी जुटाकर मैदान में उतरी थी।

आखिर हुआ क्या था?

कहानी कुछ यूं है कि विक्टोरिया का एक बल्लेबाज आगे बढ़ा और गेंदबाज की फेंकी गेंद पर ज़ोरदार प्रहार किया। गेंद हवा में उड़ी और सीधे मैदान के बाहर लगे एक बड़े पेड़ पर जाकर अटक गई। उस जमाने में ग्राउंड के चारों तरफ बाउंड्री रोप नहीं होती थी और ना ही कोई सख्त नियम थे कि गेंद खो जाए तो क्या होगा।

बल्लेबाजों ने मौका देखा और दौड़ना शुरू कर दिया। एक रन, दो रन, दस रन, सौ रन… और दौड़ते ही चले गए। फील्डिंग टीम वाले परेशान। कोई पेड़ पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था तो किसी ने कुल्हाड़ी मंगवाई। कुल्हाड़ी भी नहीं मिली। आखिरकार किसी ने राइफल निकाली और पेड़ की डाल पर गोली चलाकर गेंद नीचे गिरवाई। तब तक विक्टोरिया के दोनों बल्लेबाज थककर बेहाल हो चुके थे और स्कोरकार्ड पर लिख दिया गया: एक गेंद पर 286 रन!

विरोधी टीम भड़की, अंपायर भी कुछ नहीं कर सका

स्क्रैच XI के खिलाड़ी गुस्से से लाल पीले हो गए। उन्होंने अंपायर से शिकायत की कि ये धांधली है। लेकिन उस समय क्रिकेट के नियमों में साफ तौर पर ये नहीं लिखा था कि अगर गेंद मैदान से बाहर पेड़ पर अटक जाए तो कितने रन गिने जाएंगे। नियम में ये खामी थी और विक्टोरिया को इसका पूरा फायदा मिल गया।