
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए एक बेहद बड़ी खुशखबरी सामने आई है! राज्य सरकार ने महत्वाकांक्षी मुक्तियाला लिफ्ट सिंचाई योजना (LIS) के लिए ₹48,928 करोड़ की भारी-भरकम राशि को मंज़ूरी दे दी है। यह न केवल एक वित्तीय मंज़ूरी है, बल्कि लाखों किसानों के लिए पानी की सुरक्षा और समृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुक्तियाला लिफ्ट सिंचाई योजना: क्या है यह प्रोजेक्ट?यह परियोजना आंध्र प्रदेश के उन क्षेत्रों तक पानी पहुंचाने के लिए डिज़ाइन की गई है जहाँ सिंचाई के लिए पानी की कमी है। यह कृष्णा नदी के पानी को लिफ्ट करके (ऊंचाई पर उठाकर) उन ऊंचाई वाले क्षेत्रों तक पहुंचाएगी, जो सीधे नदी के बहाव से लाभान्वित नहीं हो पाते। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सूखाग्रस्त या जल-कम वाले इलाकों में कृषि को बढ़ावा देना और किसानों की आय को स्थिर करना है।
किसानों के लिए वरदान: इतने बड़े पैमाने पर इस परियोजना को मंज़ूरी मिलना किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। अब उन्हें अपनी फसलों के लिए पानी की चिंता कम सताएगी। पर्याप्त सिंचाई जल मिलने से:
फसल उत्पादन बढ़ेगा: किसान साल में एक से ज़्यादा फसलें उगा पाएंगे और बेहतर उपज प्राप्त कर सकेंगे।
आय में वृद्धि: फसलों की अच्छी पैदावार से किसानों की आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: कृषि क्षेत्र के मज़बूत होने से पूरे ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में तेज़ी आएगी और रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।
सूखे से राहत: यह योजना उन क्षेत्रों के लिए जीवन रेखा साबित होगी जो अक्सर सूखे की चपेट में आते हैं।
सरकार की प्रतिबद्धता: इस परियोजना को मंज़ूरी देना राज्य सरकार की किसानों के कल्याण और कृषि विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह दर्शाता है कि सरकार पानी की समस्या को गंभीरता से ले रही है और इसके स्थायी समाधान के लिए बड़े पैमाने पर निवेश करने को तैयार है।
मुक्तियाला लिफ्ट सिंचाई योजना आंध्र प्रदेश के कृषि परिदृश्य में एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है, जो एक समृद्ध और जल-सुरक्षित भविष्य की नींव रखेगी। यह सिर्फ़ एक सिंचाई परियोजना नहीं, बल्कि लाखों किसानों के सपनों को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
--Advertisement--