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Up Kiran, Digital Desk: यूक्रेन में जारी युद्ध का असर अब आम नागरिकों की ज़िंदगी पर और भी गहरा होता जा रहा है। रविवार को कीव पर हुए भीषण हमले में न सिर्फ सरकारी भवन प्रभावित हुए बल्कि कई आम लोग भी इसकी चपेट में आ गए। राजधानी के पेचेर्स्की इलाके में यूक्रेनी सरकार की एक अहम इमारत में आग लगने की सूचना सामने आई है। यह हमला ऐसे वक्त हुआ जब अधिकांश लोग रात के सन्नाटे में चैन की नींद सो रहे थे।
आम नागरिकों की जान गई, मासूमों को नहीं बख्शा
रातभर चले रूसी ड्रोन और मिसाइल हमलों में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक नवजात भी शामिल है। इसके अलावा 18 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि शहर पर पहले ड्रोन से हमला किया गया और उसके बाद मिसाइलों ने कई इमारतों को अपनी चपेट में ले लिया।
डार्नित्स्की ज़िले के एक रेजिडेंशियल शेल्टर में एक बुज़ुर्ग महिला की मौत हो गई, जहां दो अन्य लोगों की भी जान गई। क्लिट्सको के मुताबिक, इस हमले में एक गर्भवती महिला समेत कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सरकारी इमारतों पर पहली बार सीधा असर
यूक्रेनी प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेंको ने चिंता जताते हुए कहा कि युद्ध की शुरुआत के बाद यह पहली बार है जब सरकार की मुख्य इमारत सीधे निशाने पर आई है। यूक्रेनी वायुसेना के मुताबिक, रूस ने एक ही रात में 805 ड्रोन और 13 मिसाइलें दागीं।
पेचेर्स्की क्षेत्र की कैबिनट बिल्डिंग से उठता काला धुआं और लोगों के चेहरे पर पसरा डर साफ़ दर्शाता है कि यह हमला सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि नागरिक जीवन को बाधित करने की सोची-समझी रणनीति है।