
Up Kiran, Digital Desk: इस हफ़्ते भारतीय शेयर बाज़ार में निवेशकों के चेहरे खिले रहे। लगातार तीन दिनों की तेज़ी के बाद बाज़ार हल्का होकर बंद हुआ, लेकिन कुल मिलाकर यह हफ्ता निवेशकों के लिए मुनाफे वाला साबित हुआ। सेंसेक्स और निफ़्टी, दोनों ही प्रमुख सूचकांकों में लगभग 0.85% से 0.89% की बढ़त देखने को मिली।
बाज़ार में तेज़ी की वजह क्या रही?
बाज़ार के इस उत्साह के पीछे कुछ बड़ी वजहें रहीं। सबसे प्रमुख भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर फिर से शुरू हुई बातचीत है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिज़र्व ने ब्याज दरों में कटौती की है, जिससे बाज़ार में पैसों का प्रवाह बढ़ने की उम्मीद है। इन सकारात्मक संकेतों का असर निवेशकों के भरोसे पर दिखा और उन्होंने जमकर खरीदारी की।
अडानी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त उछाल
इस हफ्ते अडानी ग्रुप के शेयरों में ज़ोरदार खरीदारी देखने को मिली। जब सेबी ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को खारिज किया है, अडानी ग्रुप के शेयरों की चमक बढ़ गई है। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 6% तक चढ़ गया, जबकि अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी पावर के कुछ शेयरों में तो 12% तक का उछाल आया।
आगे क्या हो सकता है?
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में निवेशकों की नज़र कुछ अहम बातों पर रहेगी। अगले हफ़्ते जीएसटी को लेकर कुछ नए नियम लागू हो सकते हैं, साथ ही त्योहारों का मौसम भी शुरू होने वाला है, जिससे बाज़ार में खपत बढ़ने की उम्मीद है। अमेरिका से आने वाले आर्थिक आंकड़े, जैसे जीडीपी और महंगाई के आंकड़े भी बाज़ार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।