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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय अंडर-17 महिला फुटबॉल टीम एक नया इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है। AFC U-17 महिला एशियाई कप क्वालीफायर के आखिरी मुकाबले में उसे सिर्फ ईरान को हराना है, और टीम पहली बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर जाएगी। यह मुकाबला थाईलैंड के बुरिराम सिटी स्टेडियम में खेला जाएगा और भारत के लिए यह 'करो या मरो' की जंग जैसा है।

कैसा है अब तक का सफर: भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। पहले मैच में मेजबान थाईलैंड से 1-4 से हारने के बाद टीम ने जबरदस्त वापसी की। अपने दूसरे मुकाबले में दक्षिण कोरिया जैसी मजबूत टीम को 2-1 से हराकर भारत ने सबको चौंका दिया। इस जीत ने न केवल टीम का मनोबल बढ़ाया, बल्कि क्वालीफिकेशन की उम्मीदों को भी जिंदा रखा।

फिलहाल, ग्रुप ए में तीनों टीमें – दक्षिण कोरिया, ईरान और भारत – तीन-तीन अंकों के साथ बराबरी पर हैं। लेकिन बेहतर गोल औसत के कारण दक्षिण कोरिया पहले स्थान पर है।

क्या है क्वालीफिकेशन का समीकरण?

अगर भारत ईरान को हरा देता है: भारत 6 अंकों के साथ ग्रुप में टॉप पर पहुंच जाएगा और सीधे AFC U-17 महिला एशियाई कप के लिए क्वालीफाई कर लेगा। यह भारतीय महिला फुटबॉल के लिए एक ऐतिहासिक पल होगा।

अगर मैच ड्रॉ होता है: ड्रॉ की स्थिति में भारत को दक्षिण कोरिया और थाईलैंड के बीच होने वाले मैच के नतीजे पर निर्भर रहना होगा। अगर दक्षिण कोरिया वह मैच जीत जाता है, तो भारत बाहर हो जाएगा।

अगर भारत हार जाता है: हारने पर भारत का टूर्नामेंट में सफर यहीं समाप्त हो जाएगा।

कोच प्रिया पीवी ने टीम के प्रदर्शन पर भरोसा जताते हुए कहा, "कोरिया के खिलाफ मिली जीत ने लड़कियों में नया आत्मविश्वास भर दिया है। वे जानती हैं कि ईरान के खिलाफ होने वाला यह मैच कितना बड़ा मौका है। हम इतिहास रचने से सिर्फ एक कदम दूर हैं और हम इसे हाथ से जाने नहीं देंगे।"

अब पूरा देश उम्मीद कर रहा है कि ये युवा लड़कियां मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगी और भारत को फुटबॉल के एक बड़े मंच पर पहुंचाएंगी।