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Up kiran,Digital Desk : आगरा–लखनऊ एक्सप्रेसवे पर मंगलवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यात्रियों से भरी एक निजी बस अचानक आग की चपेट में आ गई, लेकिन चालक की तत्परता और समझदारी से बस में सवार सभी 45 यात्रियों की जान सुरक्षित बचा ली गई। हालांकि, इस घटना में यात्रियों का सारा सामान जलकर राख हो गया।

अजमेर शरीफ से यात्रियों को लेकर नेपाल जा रही यह बस (संख्या प्रदेश 00 ख 8122) दोपहर करीब तीन बजे सिरसागंज थाना क्षेत्र में एक्सप्रेसवे के 76 किलोमीटर के पास पहुंची ही थी कि अचानक बस से धुआं उठने लगा। कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप ले लिया और पूरी बस लपटों से घिर गई। आसमान में काले धुएं का गुबार छा गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।

बस चालक चुन्नू मिश्रा, निवासी बीरगंज (नेपाल), ने हालात को भांपते हुए तुरंत बस को सड़क किनारे खड़ा किया और यात्रियों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। कोई यात्री मुख्य गेट से उतरा तो कुछ ने खिड़कियों और चालक की ओर से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। आग इतनी तेजी से फैल चुकी थी कि किसी को भी अपना सामान निकालने का मौका नहीं मिल सका।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, कठफोरी चौकी प्रभारी अशोक कुमार, फायर ब्रिगेड की टीमें, यूपीडा गश्ती दल, डायल 112 और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गईं। दमकल कर्मियों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।

टायर की बैरिंग बनी आग की वजह

प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बस के पिछले पहिये की बैरिंग में अधिक रगड़ होने से चिंगारी निकली, जिससे टायर में आग लग गई। टायर में लगी आग ने देखते ही देखते पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी सतेंद्र कुमार पांडेय भी मौके पर पहुंचे।

कुछ देर ठप रहा यातायात

आग की भीषणता और धुएं के कारण एहतियातन एक्सप्रेसवे पर कुछ समय के लिए यातायात रोक दिया गया। आग बुझने के बाद स्थिति सामान्य हुई और वाहनों का आवागमन दोबारा शुरू किया गया।

लखनऊ रुकने का था प्लान

बस में सवार एक यात्री अब्दुल्ला हवारी ने बताया कि वे अजमेर घूमने के बाद लखनऊ में दो दिन रुकने वाले थे और फिर नेपाल लौटने की योजना थी। लेकिन इस हादसे में सारा सामान जल जाने के कारण अब सभी यात्री सीधे नेपाल जाने का फैसला कर रहे हैं।