Up Kiran, Digital Desk: अडानी ग्रुप की पावर कंपनी, अडानी पावर, ने अपने दूसरी तिमाही (Q2) के नतीजों से ऐसा धमाका किया दुनिया भर की बड़ी-बड़ी विदेशी ब्रोकरेज कंपनियाँ भी इसकी दीवानी हो गई हैं। कंपनी के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए, इन विदेशी जानकारों ने अडानी पावर के शेयर पर अपना भरोसा जताया और इसके लिए एक नया, और भी ऊँचा टारगेट प्राइस सेट कर दिया है।
ब्रोकरेज कंपनियों का मानना कि अडानी पावर का शेयर आने वाले समय में यहाँ से भी काफ़ी ऊपर जा सकता । उन्होंने इसके शेयर के लिए ₹195 तक का नया टारगेट प्राइस दिया जो दिखाता कि वे कंपनी के भविष्य को लेकर कितने ज़्यादा पॉजिटिव हैं।
क्यों मेहरबान हुईं विदेशी कंपनियाँ?
इस भरोसे के पीछे की सबसे बड़ी वजह है अडानी पावर के हाल ही में आए दूसरी तिमाही के शानदार नतीजे। कंपनी ने इस तिमाही में उम्मीद से कहीं बेहतर काम किया जिससे उसकी कमाई और मुनाफ़े में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है। इस मज़बूत प्रदर्शन ने विदेशी निवेशकों और बाज़ार के बड़े एक्सपर्ट्स को यह विश्वास दिलाया कि कंपनी सही रास्ते पर है और भविष्य में और भी अच्छा प्रदर्शन करने का दम रखती है।
क्या होता है 'टारगेट प्राइस' और इसका क्या मतलब है?
जब कोई ब्रोकरेज कंपनी किसी शेयर के लिए 'टारगेट प्राइस' बढ़ाती तो इसका सीधा सा मतलब होता वह मानकर चल रही है कि उस शेयर की क़ीमत आने वाले कुछ महीनों में बढ़कर उस लेवल तक पहुँच सकती है। यह निवेशकों के लिए एक पॉजिटिव सिग्नल होता है। ₹195 का टारगेट मिलना यह दिखाता है कि बाज़ार के बड़े खिलाड़ी अडानी पावर में एक बड़ी तेज़ी की उम्मीद कर रहे हैं।
यह ख़बर उन निवेशकों के लिए एक बड़ी राहत है जिन्होंने अडानी पावर के शेयरों में पैसा लगाया हुआ है। ब्रोकरेज कंपनियों की यह पॉजिटिव रिपोर्ट कंपनी के शेयर को और ऊपर ले जाने में मदद कर सकती ਹੈ।
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