चर्चा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को धूल चटाने के लिए विपक्ष ने जिस भारत अघाड़ी की शुरुआत की थी, वो अब धूल-धूसरित होती जा रही है। सीटों के बंटवारे पर फैसला नहीं होने से इंडिया अलायंस के घटक दल नाखुश हैं। ममता बनर्जी की टीएमसी, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने क्रमशः पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार में अपने दम पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है और नीतीश कुमार ने इंडिया अलायंस को हराकर एनडीए के साथ सत्ता स्थापित की है। इसके बाद अब यूपी में भी भारत का नेतृत्व बिगड़ता नजर आ रहा है।
कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने 16 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी। इसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और मौजूदा सांसद डिंपल यादव का नाम भी शामिल है। समाजवादी पार्टी द्वारा लिए गए इस फैसले पर कांग्रेस ने कड़ी नाराजगी जताई है। कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने समाजवादी पार्टी की आलोचना की और सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस विनम्र है लेकिन असहाय नहीं है।
अविनाश पांडे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के मद्देनजर लखनऊ आए थे। ये यात्रा 14 फरवरी को यूपी में प्रवेश करेगी। इस मौके पर अविनाश पांडे ने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की। कांग्रेस के पास अन्य विकल्प भी खुले हैं। कुछ लोग कांग्रेस के विरूद्ध धारणा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस विनम्र रह सकती है। सहयोग कर सकते हैं। हालांकि, अविनाश पांडे ने कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि कांग्रेस असहाय नहीं है। साथ ही समाजवादी पार्टी द्वारा लिया गया निर्णय पूर्णतया एकपक्षीय एवं अस्वीकार्य है।
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