
संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस पूरे घटनाक्रम पर अब संयुक्त राष्ट्र ने अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है। महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से "अधिकतम संयम" बरतने की अपील करते हुए कहा है कि अब समय है कि बातचीत के रास्ते पर लौटकर इस संवेदनशील स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जाए।
गंभीर हालात पर संयम की अपील, UN का रुख स्पष्ट
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने गुरुवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पहलगाम आतंकी हमले की संयुक्त राष्ट्र कड़ी निंदा करता है, जिसमें 26 निर्दोष जानें गईं। उन्होंने कहा, “महासचिव गुटेरेस भारत और पाकिस्तान से आग्रह करते हैं कि वे संयम बरतें और कोई भी ऐसा कदम न उठाएं जिससे हालात और बिगड़ें।” इस बयान के ज़रिए संयुक्त राष्ट्र ने साफ किया कि किसी भी प्रकार की उकसावे वाली कार्रवाई से क्षेत्र में शांति को खतरा हो सकता है।
संवाद ही है समाधान – UN का संदेश
गुटेरेस ने अपने बयान में यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान को आपसी विवादों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से सुलझाना चाहिए। उनका मानना है कि सार्थक संवाद ही एकमात्र रास्ता है जिससे इस क्षेत्र में लंबे समय से चली आ रही अस्थिरता को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने दोनों देशों की सरकारों को यह याद दिलाया कि तनाव बढ़ने से न केवल दोनों देशों को नुकसान होगा, बल्कि इसका असर क्षेत्रीय शांति और वैश्विक स्थिरता पर भी पड़ेगा।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया, उठाए बड़े कदम
इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। सबसे पहले, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, जो दोनों देशों के बीच जल बंटवारे को नियंत्रित करती है। इसके साथ ही, भारत ने पाकिस्तानी राजनायिकों को निष्कासित कर दिया और अटारी बॉर्डर पर स्थित भूमि पारगमन चौकी को तत्काल बंद करने का आदेश दे दिया। इसके अलावा, भारत ने 27 अप्रैल से पाकिस्तान के नागरिकों को जारी सभी वीज़ा भी रद्द कर दिए हैं। पाकिस्तान में रह रहे भारतीयों को भी देश लौटने की सलाह दी गई है।
संघर्ष के साए में पहलगाम हमला – एक काला दिन
इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, 2019 के पुलवामा बम धमाके के बाद सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है। हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और घाटी में तलाशी अभियान तेज़ कर दिए गए हैं।
सिंधु जल संधि पर टिप्पणी से बचा UN
जब पत्रकारों ने संयुक्त राष्ट्र से सिंधु जल संधि के निलंबन पर प्रतिक्रिया मांगी, तो प्रवक्ता दुजारिक ने संयम बरतने की सलाह दोहराई और कहा कि दोनों देशों को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे तनाव और बढ़े। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महासचिव का भारत और पाकिस्तान के नेताओं से अब तक कोई सीधा संवाद नहीं हुआ है।
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