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Up Kiran, Digital Desk: भारत का ताजमहल, जिसे दुनिया भर में प्रेम की मिसाल और स्थापत्य कला का अद्वितीय नमूना माना जाता है, एक बार फिर साफ-सफाई को लेकर सवालों के घेरे में आ गया है। इस बार आवाज़ उठाई है एक विदेशी महिला पर्यटक ने, जिसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर ताज परिसर और यमुना नदी किनारे की गंदगी को लेकर गंभीर चिंताएं जताई हैं। यह वीडियो वायरल होते ही प्रशासन और आम लोगों के बीच बहस छिड़ गई है कि क्या वास्तव में हम अपने धरोहरों की गरिमा बनाए रखने में असफल हो रहे हैं?
गंदगी देख नहीं रोक पाईं खुद को
वीडियो बनाने वाली महिला पर्यटक का नाम लिसिप्रिया है, जो भारत घूमने आई थीं और ताजमहल देखने पहुंचीं। वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही वह मकबरे के समीप पहुंचती हैं और पीछे की ओर झांकती हैं, उनका चेहरा बिगड़ने लगता है और वह उल्टी करने लगती हैं। वह बेहद असहज होकर कहती हैं कि यह दृश्य बेहद गंदा है। इस प्रतिक्रिया ने कई दर्शकों को झकझोर कर रख दिया।
दशहरा घाट और यमुना के किनारे बिखरी गंदगी
लिसिप्रिया ने सिर्फ ताजमहल के परिसर को नहीं, बल्कि उसके ठीक पीछे बहने वाली यमुना नदी के किनारे, खासकर दशहरा घाट के आसपास फैली गंदगी को भी कैमरे में कैद किया है। वीडियो में साफ दिखाई देता है कि किस तरह नदी में गंदे नाले और नालियां जाकर मिलती हैं, जिससे पानी का रंग और स्थिति दोनों भयावह हो गए हैं। घाट के किनारे जमा कचरे, प्लास्टिक और बदबू ने ताजमहल की पृष्ठभूमि को बेहद खराब रूप में पेश किया है।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस वीडियो के सामने आने के बाद न सिर्फ सोशल मीडिया पर बहस तेज हुई है, बल्कि कई लोग स्थानीय प्रशासन पर भी सवाल उठा रहे हैं। क्या हमारे स्मारक केवल सामने से चमकते हैं और पीछे की हकीकत छुपा दी जाती है? लिसिप्रिया का वीडियो यह दर्शाता है कि ताजमहल के पीछे का इलाका न केवल पर्यावरणीय दृष्टि से उपेक्षित है, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी एक बड़ी खामी बनकर सामने आ रहा है।
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