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Up Kiran, Digital Desk: बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. वह हर दिन दो जिलों का दौरा कर रहे हैं और हजारों करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं, ताकि प्रदेश के विकास की रफ्तार को और तेज किया जा सके.

इसी कड़ी में, रविवार को उन्होंने गोपालगंज के सबेया हवाई अड्डा परिसर से 1,585 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की 185 योजनाओं की सौगात दी. इसके बाद दिन में वह वैशाली जिले के गोरौल पहुंचे, जहां उन्होंने डिग्री कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में करीब 745 करोड़ रुपये की 331 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया.

इन योजनाओं का मकसद सिर्फ सड़कें या इमारतें बनाना नहीं, बल्कि आम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाना है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों, पेंशन पाने वाले बुजुर्गों और आंगनवाड़ी सेविकाओं से भी मुलाकात की और उनकी बातें सुनीं. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण विकास और कल्याणकारी योजनाओं को हर घर तक पहुंचाना है.

इससे पहले, गोरौल में मुख्यमंत्री ने एक नए डिग्री कॉलेज की नींव भी रखी और प्रस्तावित कैंपस के 3डी मॉडल को भी देखा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार का ध्यान जमीनी स्तर पर जुड़ाव और हर नागरिक के कल्याण पर है.

यह सिलसिला सिर्फ रविवार का नहीं है. शनिवार को भी मुख्यमंत्री ने कटिहार और मधुबनी जिलों में 8,900 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करके एक बड़ा विकास का संदेश दिया था.

चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है, जिसके बाद आचार संहिता लागू हो जाएगी और फिर नए प्रोजेक्ट्स का ऐलान नहीं हो पाएगा. यही वजह है कि नीतीश सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा योजनाओं को समय रहते शुरू कर दिया जाए, ताकि विकास का पहिया घूमता रहे.