_1367285216.jpg)
Up Kiran, Digital Desk: विजयवाड़ा के प्रसाद वी पोटलुरी सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (PVPSIT) की एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने एक ऐसा अनोखा आविष्कार किया है, जो आने वाले समय में कई लोगों की जिंदगी को आसान बना सकता है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की डॉ. पी. अनुषा ने एक खास एआई-सक्षम बायोसेन्सर (AI-enabled biosensor) बनाया है, जो इंसान के शरीर की ज़रूरी जैविक जानकारी का पता लगा सकता है।
इस बायोसेन्सर की खासियत यह है कि यह शरीर के संकेतों को समझकर उसके हिसाब से माहौल को आरामदायक बना सकता है। यानी, अगर किसी को गर्मी लग रही है या ठंड, तो यह सेंसर खुद-ब-खुद कमरे के तापमान को एडजस्ट कर देगा। यह आविष्कार विशेष रूप से उन लोगों के लिए एक वरदान साबित हो सकता है जो अपनी मदद खुद नहीं कर सकते, जैसे दिव्यांगजन, बिस्तर पर पड़े मरीज़, और बुज़ुर्ग।
डॉ. अनुषा के इस इनोवेटिव आइडिया की अहमियत को समझते हुए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) ने उन्हें 16.55 लाख रुपये का रिसर्च ग्रांट भी दिया है। इस सेंसर को 1,000 से ज़्यादा लोगों के सैम्पल्स पर टेस्ट किया गया है, जिससे इसका AI मॉडल अलग-अलग शारीरिक स्थितियों को बेहतर तरीके से समझने और सीखने में सक्षम हो गया है।
इस अनोखे आविष्कार को IP India के तहत डिज़ाइन और यूटिलिटी, दोनों श्रेणियों में पेटेंट भी करा लिया गया है। डॉ. अनुषा की इस शानदार उपलब्धि पर PVPSIT के मैनेजमेंट, प्रिंसिपल डॉ. के. शिवाजी बाबू, और विभाग के सभी शिक्षकों और छात्रों ने उन्हें बधाई दी है।
--Advertisement--