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Up Kiran, Digital Desk: भारत और इंग्लैंड के बीच रांची में चल रहे चौथे टेस्ट मैच के बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व टेस्ट उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने युवा बल्लेबाज शुभमन गिल की बल्लेबाजी पर एक महत्वपूर्ण और सीधी सलाह दी है। रहाणे, जो अब कमेंट्री की भूमिका में हैं, ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ आक्रामक बल्लेबाजी ही काफी नहीं होती, बल्कि डिफेंस पर भरोसा करना और संयम दिखाना भी उतना ही ज़रूरी है।

दरअसल, शुभमन गिल पिछले कुछ समय से अच्छी शुरुआत तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें बड़े स्कोर में बदलने में कामयाब नहीं हो पा रहे। रांची टेस्ट की पहली पारी में भी उन्होंने 38 रन बनाए और एक खराब शॉट खेलकर आउट हो गए, जिससे टीम इंडिया थोड़ी मुश्किल में आ गई थी। इसी बात को लेकर रहाणे ने अपनी चिंता जाहिर की।

रहाणे ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा, "शुभमन को अपने डिफेंस पर और अधिक भरोसा करने की ज़रूरत है। मुझे लगता है कि वह तेज रन बनाने की कोशिश में अपनी रक्षात्मक बल्लेबाजी को भूल रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि शुभमन को गौतम गंभीर से सीखना चाहिए। गंभीर के बारे में बताते हुए रहाणे ने कहा कि गंभीर ने अपने करियर की शुरुआत में अपनी रक्षात्मक तकनीक पर बहुत मेहनत की थी, और जब उन्होंने डिफेंस में महारत हासिल कर ली, तब जाकर उन्होंने आक्रामक खेलना शुरू किया।

रहाणे के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा फॉर्मेट है जहाँ आपको धैर्य दिखाना पड़ता है। कभी-कभी आपको पूरे एक सेशन तक भी सिर्फ गेंद को 'डिफेंड' करना पड़ सकता है, और यही संयम आपको बाद में बड़ा स्कोर बनाने का मौका देता है। गिल के अंदर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की बारीकियों को समझने और अपने शॉट सिलेक्शन में परिपक्वता लाने की उन्हें अभी भी ज़रूरत है।

यह सलाह ऐसे समय में आई है जब शुभमन गिल पर टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह बनाए रखने का दबाव बढ़ रहा है। उम्मीद है कि रहाणे जैसे अनुभवी खिलाड़ी की यह 'गुरु मंत्र' गिल को अपनी बल्लेबाजी में सही बदलाव लाने और टेस्ट क्रिकेट में एक सफल करियर बनाने में मदद करेगा।

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