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Up Kiran, Digital Desk:  गुजरात के अहमदाबाद में हुए जानलेवा विमान हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने बोइंग 787-8/9 विमानों की सुरक्षा जांच बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। नए निर्देश 15 जून 2025 की रात 12 बजे से लागू होंगे। डीजीसीए ने निर्देश दिया है कि उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी जांच की जाए। अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में अब तक 274 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 241 यात्री थे। डीजीसीए ने भविष्य में होने वाले हादसों को रोकने के लिए यह अहम फैसला लिया है।

अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद डीजीसीए ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। डीजीसीए ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की सख्त जांच के आदेश दिए हैं। एयर इंडिया को लिखे पत्र में डीजीसीए ने एयरलाइन को 15 जून, 2025 से अपने सभी बोइंग 787-8/9 विमानों पर की जाने वाली जांचों की सूची दी है।

डीजीसीए ने कहा कि एयर इंडिया के 787-8 और 787-9 ड्रीमलाइनर विमानों का ईंधन प्रबंधन, इंजन नियंत्रण प्रणाली, हाइड्रोलिक प्रणाली, टेक-ऑफ पैरामीटर और उड़ान नियंत्रण के लिए गहन निरीक्षण किया जाएगा। ये विमान जीई एयरोस्पेस द्वारा निर्मित जीएनएक्स इंजन से लैस हैं। एयर इंडिया के पास कुल 33 ड्रीमलाइनर विमान हैं। इसमें 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 शामिल हैं। इन सभी विमानों का डीजीसीए के क्षेत्रीय कार्यालयों की देखरेख में अतिरिक्त निरीक्षण किया जाएगा।

केबिन एयर कंप्रेसर, संबंधित सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक इंजन नियंत्रण प्रणाली, इंजन ईंधन एक्ट्यूएटर, तेल प्रणाली और हाइड्रोलिक सिस्टम सेवा योग्य होंगे और टेक-ऑफ मापदंडों के परिचालन परीक्षण किए जाएंगे। हाइड्रोलिक सिस्टम, इंजन ऑयल सिस्टम और फ्यूल एक्चुएटर्स की कार्यप्रणाली की जांच की जाए। पावर एश्योरेंस टेस्ट दो सप्ताह के भीतर पूरा करने को कहा गया है। पिछले 15 दिनों में बार-बार बताई गई समस्याओं की समीक्षा कर उन पर किए गए काम की रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए हैं।