deadly disease: कोविड-19 आपदा के पांच साल बाद चीन में एक नई रहस्यमयी बीमारी, ह्यूमन मेटाप्नूमोवायरस (HMPV) ने दस्तक दी है, जो सांस से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न कर रही है और तेजी से फैल रही है। ये स्थिति कई अन्य जानलेवा बीमारियों की याद दिलाती है, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में लाखों लोगों की जान ली और वैश्विक स्तर पर भय का माहौल पैदा किया।
इबोला वायरस (2014-2016): पश्चिमी अफ्रीका में फैला ये वायरस संक्रमित व्यक्ति के तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है, जिससे लगभग 11 हजार लोगों की जान जा चुकी है।
जीका वायरस (2015-2016): दक्षिण और मध्य अमेरिका में मच्छरों के माध्यम से फैलने वाली इस बीमारी ने गर्भवती महिलाओं के लिए गंभीर खतरा पैदा किया, जिसके परिणामस्वरूप कई नवजात बच्चों में माइक्रोसेफली जैसी जन्मजात बीमारियां देखी गईं।
स्वाइन फ्लू (H1N1) (2009): इस इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण लगभग 2,84,000 लोगों की मौत हुई। यह वायरस तेजी से इंसानों में फैलता है और गंभीर श्वसन संक्रमण का कारण बनता है।
मंकीपॉक्स (2022): यह चेचक जैसी बीमारी संक्रमित जानवरों या इंसानों के संपर्क से फैलती है, जिसके प्रमुख लक्षणों में त्वचा पर दर्दनाक घाव और बुखार शामिल हैं।
ब्लैक फंगस (म्यूकोरमायकोसिस): कोरोना महामारी के दौरान कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों में तेजी से फैलने वाली इस बीमारी ने आंखों और मस्तिष्क पर गंभीर प्रभाव डाला।
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