
Up Kiran, Digital Desk: इंटरनेट कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अमेजन (Amazon) अपनी महत्वाकांक्षी योजना 'प्रोजेक्ट कुइपर' (Project Kuiper) के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। कंपनी ने हाल ही में अपने सैटेलाइट इंटरनेट पहल को एक और बड़ी सफलता दिलाई है, जब उसने अपने दूसरे बैच के प्रायोगिक उपग्रहों (prototype satellites) को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह कदम सीधे तौर पर एलोन मस्क की स्टारलिंक (Starlink) को चुनौती देने के लिए अमेजन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रोजेक्ट कुइपर का लक्ष्य पृथ्वी की निचली कक्षा (Low Earth Orbit - LEO) में हजारों छोटे उपग्रहों का एक विशाल नेटवर्क स्थापित करना है। इन उपग्रहों के माध्यम से दुनिया भर के दूरदराज के और कम सेवा वाले क्षेत्रों में हाई-स्पीड, कम विलंबता (low-latency) वाली ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
यह दूसरा लॉन्च अमेजन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह इसके पहले प्रायोगिक लॉन्च की सफलता पर आधारित है और भविष्य के वाणिज्यिक संचालन के लिए आवश्यक तकनीकी परीक्षणों को आगे बढ़ाएगा। ये प्रायोगिक उपग्रह डेटा ट्रांसफर, सिग्नल गुणवत्ता और नेटवर्क स्थायित्व सहित विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन करने में मदद करेंगे।
अमेजन का मानना है कि सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्टिविटी उन क्षेत्रों में इंटरनेट की कमी को पूरा कर सकती है जहाँ फाइबर ऑप्टिक केबल या पारंपरिक वायरलेस इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना मुश्किल या महंगा है। यह न केवल उपभोक्ताओं के लिए, बल्कि व्यवसायों, स्कूलों और ग्रामीण समुदायों के लिए भी गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
प्रोजेक्ट कुइपर को अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस का पूरा समर्थन प्राप्त है और इसमें भारी निवेश किया जा रहा है। जैसे-जैसे अधिक उपग्रह लॉन्च होंगे और नेटवर्क मजबूत होगा, प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी, जिसका अंतिम लाभ उपभोक्ताओं को मिल सकता है जिन्हें बेहतर और अधिक किफायती इंटरनेट विकल्प उपलब्ध होंगे।
--Advertisement--